
मिरर मीडिया : आईआईटी-आईएसएम में सोमवार को वैदिक गणित पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
गोल्डन जुबली लेक्चर थियेटर में मैथ एंड कंप्यूटिंग डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किया अंतरराष्ट्रीय गणितज्ञ रवि कुमार अय्यर ने गणित की नई पद्धति के बारे में बताया । साथ ही उन्होंने बिना केलकुलेटर की मदद लिए वैदिक तरीके से गणित को हल करके दिखाया । कार्यशाला में रिसर्च स्कॉलर और संस्थान के प्रोफेसरों ने हिस्सा लिया और वैदिक गणित पर विस्तार से चर्चा कि।
वहीं पूरे कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आईआईटी आईएसएम के उप निदेशक डॉ धीरज ने बताया कि जिस बच्चे की बौद्धिक क्षमता थोड़ी कम होती है और वें गणित की गणना ठीक से नही कर पाते है उनके लिए गणित कार्यशाला काफी फायदेमंद हो सकता है । साथ ही उन्होंने कहा कि आज हमारे संस्थान के रिसर्च स्कॉलर और प्रोफेसर इस तकनीक का मजा ले रहें है।
वहीं गणितज्ञ रवि कुमार अय्यर ने कहा भारत का गौरवपूर्ण इतिहास लोगों के सामने आने चहिए। भारत ने ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया को बहुत कुछ दिया लेकिन कही न कहीं वो दब चुकी है , जिसे बाहर आना चाहिए । उनमें से ही एक अनमोल रतन वैदिक गणित है जो धीरे – धीरे बाहर आ रहा है और मुझे लगता है की एक दो सालो में भारत के सारे राज्यो में इस पढ़ाया जाना शुरु हों जाएगा। उन्होंने आगे कहा की वैदिक गणित के माध्य से हम ऐसे सवालों को भी बड़ी आसानी से हल कर सकते जिसको केलकुलेटर के माध्य से भी हल नही किया जा सकता है । आज देश– विदेश के लोग इस तकनीक का इस्माल कर बड़े –बड़े गणित को हल कर रहे है।