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जिले में बदस्तूर जारी है बालू का अवैध कारोबार : पप्पू और इमरान ने संभाल रखी है कमान

झारखंड राज्य में NGT प्रभावी है और नदी घाटों से बालू के उठाव पर पूरी तरह से रोक है, मगर जिले में बालू के अवैध तरीके से नदी घाटों से उठाव जारी है। हालांकि प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है बावजूद इसके बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। बता दें कि प्रतिदिन बेजडा़ और सीजुआ घाट से अवैध तरीके से 70 से 80 हाईवा से अवैध बालू की तस्करी की जा रही हैं।

जिला प्रशासन द्वारा बनाया गया अस्थायी चेकपोस्ट किसी काम का नहीं

जिला प्रशासन की सख़्ती और कड़े जांच अभियान के बाद भी बालू की तस्करी रुकने का नाम नहीं लें रही है। जबकि इसे रोकने हेतु जिला प्रशासन द्वारा अस्थायी चेकपोस्ट बनाकर सभी जगह पर दण्डाधिकारी के साथ थाना के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है पर यह व्यवस्था अब केवल कागजों में सिमटी दिख रही है।

स्थानीय थाना और अंचल के अधिकारियों की मिलीभगत की भूमिका पर भी उठ रहें हैं सवाल

अब सवाल यह उठता है कि प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर आखिर कैसे बालू का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है। कहीं ना कहीं इसमें स्थानीय थाना और अंचल के अधिकारियों की मिलीभगत की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बालू माफिया और इसके सिंडीकेट स्थानीय थाना और अंचल स्तर के अधिकारियों की गठजोड़ से आसानी से बालू का उठाव कर इसकी तस्करी कर रहें हैं।

गोविंदपुर थाने का ड्राइवर पप्पू और निरसा में इमरान द्वारा थाना स्तर की जिम्मेवारी संभाले जाने की चर्चा

गोविंदपुर थाना का ड्राइवर पप्पू और निरसा में इमरान नामक व्यक्ति थाना स्तर की जिम्मेवारी संभाले हुए हैं। इसमें गोविंदपुर इलाके की कमान पप्पू ने संभाली है तो वहीं निरसा थाने की कमान इमरान ने संभाली है और इन इन दोनों के द्वारा बालू माफियाओं से अधिकारियों के नाम पर उगाही की बातें सामने आ रही है।
विगत दिनों पुलिस के वरीय अधिकारी ने छापेमारी के दौरान पप्पू को चेतावनी भी दी थी मगर इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। वहीं अगर इमरान की बात करें तो उस पर पुर्व से 2 मुकदमे भी दर्ज हैं लेकिन निरसा थाना का उसने जिम्मेवारी संभाल रखी है और अधिकारियों के नाम हाईवा संचालकों से पैसे की वसूली करता है। पप्पू द्वारा ₹2200 प्रति हाईवा और इमरान द्वारा ₹2000 प्रति हाईवा वसूली की बातें सामने आ रही है। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद ही मालूम चल पाएगा।

सिंडिकेट में प्रिंस, नीरज, कीर्तन मंडल सहित कई अन्य लोग सक्रिय

विगत दिनों डीएसपी की कार्रवाई और वरीय पुलिस अधीक्षक की गठित स्पेशल टीम की कार्रवाई में GT रोड पर चलाए जा रहे अभियान में कई हाईवा पकड़े गए थे। जांच में यह बातें भी सामने आई थी कि पुलिस पदाधिकारी के नाम पर किसी के द्वारा अवैध तरीके से हाईवा संचालकों से वसूली की जाती है जिसका नतीजा होता है कि हाईवा संचालक और बालू माफिया बेरोक टोक के धड़ल्ले से अवैध बालू के कारोबार जारी रखे हुए हैं।
वहीं अगर सिंडिकेट की बात करें तो प्रिंस, नीरज, कीर्तन मंडल, अंसारी सद्दाम सहित कई अन्य लोग सक्रिय हैं जो रात में जीटी रोड पर हाईवा संचालकों से वसूली करते हैं सभी के गांठजोड़ से ही पुलिसिया कार्रवाई की सूचना मिलती है जिससे बात फैल जाती है और बालू तरस्कर सावधान हो जाते हैं नतीजा केवल एकाध गाड़ियां पकड़ी जाती है बाकी दूसरे रास्ते से निकल जाती है

  • शाम ढलते ही अवैध बालू का कारोबार के लिए शुरू हो जाती है वाहनों की एंट्री

बता दें कि बालू की हो रही तस्करी की खबर को मिरर मीडिया लगातार प्रमुखता से दिखलाते आया है कि कैसे दलदली के रास्ते बरवा जीटी रोड के पास हाईवा पहुंचती है और वहां से गंतव्य की ओर प्रस्थान करती है इस दौरान वाहनों का एस्कॉर्ट भी सिंडिकेट के द्वारा किया जाता है बीते दिनों हुई कार्रवाई में हाईवा और कार की जब्ती में इस बात का पुलिस ने भी खुलासा किया है लेकिन अवैध कारोबारीयो पर इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है आलम ये है कि धड़ल्ले से रोजाना 60 से 70 हाईवा द्वारा अवैध बालू का कारोबार बद्दस्तूर जारी है। बेजरा और सिजुआ घाट से दिन में ही बालू तस्कर नदी से निकलवाकर बालू का भंडारण करवा लेते हैं और शाम ढलते ढलते वाहनों की एंट्री शुरू हो जाती है।

सघन जांच कर कार्रवाई करने की जरूरत

गौरतलब है कि NGT 2016 से ही लागू है। ऐसे में लगातार बालू का अवैध खनन कर तस्करी किया जाना रोक को चुनौती देता है और उल्लंघन भी है। जबकि इस अवैध कारोबार के लिए रास्ते में पैसे भी वसूले जा रहें हैं जिससे बालू के उठाव से लेकर बिक्री तक काफी ऊँचे दामों में बेचा जा रहा है और अवैध कमाई की जा रही है। हालांकि खनन टास्क फ़ोर्स के अनुसार स्थानीय थाना से लेकर इसमें सभी की जिम्मेवारी बनती है कि कैसे बालू का अवैध कारोबार पर रोक लगे यहाँ किसी एक की जिम्मेवारी नहीं बनती। इन सब के बावजूद लगातार अवैध बालू का कारोबार ना सिर्फ स्थानीय पुलिस को चुनौती है बल्कि खनन विभाग, NGT सहित जिला प्रशासन को भी चुनौती दी जा रही है।

फिलहाल इस तस्करी में प्रति हाईवा की वसूली किये जाने की जो बातें सामने आ रही है इन्हें वाहनों से किसके इशारे पर वसूलने की जिम्मेदारी मिली है इसके पीछे किसका हाथ है इसकी सघन जांच कर कार्रवाई करने की जरूरत है तभी पूरी नेक्सस का पर्दाफाश हो सकता है।

KK Sagar
KK Sagar
उत्कृष्ट लेखनी के लिए निष्पक्षता, पारदर्शिता और ईमानदारी का होना बेहद जरुरी है। और यहीं कई वर्षो का अनुभव मुझे मेरे पत्रकारिता में लेखनी को आकर्षक बनाता है। आप पाठकों का प्यार मुझे ऐसे ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहें और आगे भी मैं ऐसे ही लिखता रहूं। k k sagar....✍️....

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