मिरर मीडिया : जिला प्रशासन एवम निगम द्वारा हीरापुर इलाके में संयुक्त रुप से अतिक्रमण के खिलाफ स्पेशल ड्राइव चलाते हुए कई फुटपाथ दुकानदारों के दुकानों पर बुलडोजर चला दी गई लेकिन बड़े दुकानों को छोड़ दिया गया ।

पार्क मार्केट एवम हीरापुर में निगम द्वारा हटाए गए अतिक्रमण पर दुर्गा पूजा त्योहार के मद्देनजर आम लोगो को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसे लेकर जिला प्रशासन एवम नगर निगम द्वारा संयुक्त अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया एवम करीब 55 से अधिक अस्थाई तरीके से कब्जा किए गए अतिक्रमण ध्वस्त किए गए। ये सभी फुटपाथ दुकानदार थे मगर जब बड़े दुकानो के अतिक्रमण हटाने की बारी आई तो बुलडोजर थम गया।
सोनू मोनू, मा काली ,दुर्गा वस्त्रालय सहित कई ऐसे दुकानदार है जिन्होंने सड़क पर पक्का निर्माण कर रखा है। मापी में हीरापुर एवम पार्क मार्केट की लगभग सभी द्वारा अवैध अतिक्रमन किए जाने की बाते सामने आई थी एवम हटाने के लिए भी बोला गया था मगर दुकान मालिक, अंचलाधिकारी और निगम के अधिकारियों को घेर कर खड़े हो गए। कुछ दौर की वार्ता हुई फिर बुलडोजर वापस कर दिया गया, इन्हें तोड़ा नहीं गया और टीम चलती बनी। यहां तक कि पार्क मार्केट में कई ऐसे मॉल है,जिनके पास पार्किग तक नहीं है साथ ही ईन्होंने सड़क पर भी अवैध कब्जा कर रखा है।

जूनो गारमेंट्स के सामने सड़क पर ही अवैध तरीके से गाडियां खड़ी रहती है जिससे हमेशा जाम की समस्या उत्पन्न होती है लेकिन इनके ऊपर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अधिकारियों द्वारा नहीं की गई पूछे जाने पर अधिकारियो ने बताया कि 2 दिन का समय दिया गया है सभी के उपर कार्यवाई होगी । हालांकि दो दिन क्या आज 7 दिन हो गए मगर अभी तक नगर निगम का बुलडोजर पैसे वालों पर नहीं चला। दबी जुबान में लोग कहते फिर रहे हैं- सेटिंग हो गई। यहां पर एक फिल्म का गाना इस पर सटीक बैठता है।ये दुनिया है काला बाजार कि पैसा बोलता है।

हालंकि 21 तारीख को चलाए गए स्पेशल ड्राइव अभियान के बाद हीरापुर में आज तक किसी प्रकार का कोई अभियान नहीं चला। दुर्गा पूजा के मद्देनजर सड़क जाम की स्थिति से निपटने के लिए जो अभियान चलाया गया था आज भी स्थिति जस की तस है ।
अब सवाल यह उठता है कि जब अवैध तरीके से कब्जा किए गए दुकानो पर बुलडोजर चलाया गया तो फिर बड़े दुकानों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। हालांकि कईयों के दुकान तो हटा दिए गए लेकिन लोगों की निगाहें अब इसी पर टिकी है कि पैसे वालों की अवैध दुकान कब हटेगी।