मइँया सम्मान योजना में बंगाल का बड़ा ‘फर्जीवाड़ा गैंग’!13 नकली नाम + 7 फर्जी महिलाएं + जाली दस्तावेज़ = सरकारी खजाने की खुली लूट!

KK Sagar
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झारखंड सरकार की महिला कल्याणकारी मइँया सम्मान योजना में गोमिया प्रखंड से एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के रहने वाले यूसुफ और सुफनी खातून ने स्थानीय दलालों और बिचौलियों की मदद से फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर योजना का लाभ उठाया।

फर्जी नामों से आवेदन, कई पंचायतों में फैला जाल

गोमिया के बीडीओ महादेव कुमार महतो के अनुसार, यूसुफ ने 13 फर्जी नामों से और सुफनी खातून ने 7 फर्जी नामों से मइँया सम्मान योजना में आवेदन किया। दोनों ने गोमिया प्रखंड की अलग-अलग पंचायतों से ये आवेदन दाखिल किए थे, जिससे धोखाधड़ी का दायरा और व्यापक हो गया।

सरकारी राशि सीधा बैंक खातों में ट्रांसफर

जांच में यह सामने आया कि योजना के तहत मिलने वाला पैसा सीधे इनके बैंक खातों में ट्रांसफर हो रहा था। यूसुफ के नाम पर इंडसइंड बैंक खाता संख्या 100253387047 और सुफनी खातून के नाम पर खाता संख्या 00253493007 दर्ज है, जिनमें सरकारी राशि भेजी गई।

फर्जी राशन कार्ड और CSC ID का दुरुपयोग

दोनों आरोपियों ने फर्जी राशन कार्ड के जरिए आवेदन किया। सत्यापन में पाया गया कि इस फर्जीवाड़े के लिए CSC ID संख्या 24362430028 का उपयोग किया गया, जो पलामू जिले के सुविधा केंद्र संचालक कुमार रवि के नाम पर पंजीकृत है। इस ID से जुड़े पेरेंट उपेंद्र कुमार प्रसाद की भूमिका भी अब जांच के घेरे में है।

एफआईआर दर्ज, जिला प्रशासन सख्त

बोकारो की तत्कालीन उपायुक्त विजया जघव के निर्देश पर गोमिया प्रखंड के सामाजिक सुरक्षा प्रभारी सुभाष चंद्र के लिखित आवेदन के आधार पर गोमिया थाना कांड संख्या 46/25 के तहत 27 मई 2025 को प्राथमिकी दर्ज की गई है।

‘लाभ जिहाद’ की व्यापक जांच शुरू

इस खुलासे के बाद जिला प्रशासन ने अन्य सरकारी योजनाओं में भी इसी तरह के फर्जी लाभ उठाने वालों की जांच शुरू कर दी है। विभाग अब ‘लाभ जिहाद’ के इस खेल को गंभीरता से लेकर तहकीकात कर रहा है, और जल्द ही अन्य फर्जी लाभार्थियों का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।

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