डिजिटल डेस्क। चांडिल : सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत खूंटी, कुरली, मुसरीबेड़ा समेत अन्य गांवों में आज एक ऐतिहासिक बृहद ग्रामसभा का आयोजन हुआ। सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में पंचायत समिति सदस्य परीक्षित महतो ने सभा की अध्यक्षता की। सभा का मुख्य उद्देश्य है नरसिंह इस्पात लिमिटेड कंपनी के विस्तार का विरोध और कंपनी परिसर के अंदर होने वाली तथाकथित जनसुनवाई पर सवाल उठाना।
महिलाओं का आरोप प्रदूषण, मजदूरी कटौती और कृषि भूमि की बर्बादी
सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही। उन्होंने कंपनी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए, जैसे प्रदूषण फैलाने से आसपास का पर्यावरण असुरक्षित होना, मजदूरी दर में कटौती, PF और ESI की अनदेखी, सुरक्षा उपकरणों की कमी तथा खेती योग्य भूमि को पूरी तरह बर्बाद करना। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी का विस्तार उनके जीवन और आजीविका को खतरे में डाल देगा।
तरुण महतो ने जनसुनवाई पर उठाया बड़ा सवाल
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रत्याशी तरुण महतो ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह जनसुनवाई नहीं, बल्कि कंपनी सुनवाई है। क्या कभी सुना है कि जनसुनवाई कंपनी के अंदर होती है? असली जनसुनवाई तो जनता के बीच, खुले स्थान पर होती है, जहां हर ग्रामीण अपनी बात रख सके। यह कंपनी प्रबंधन और प्रशासन की मिलीभगत का परिणाम है। यदि वास्तव में जनसुनवाई करनी है तो पहले पुराने विवादों को हल किया जाए, फिर ईमानदारी से जनता की राय ली जाए।
जनप्रतिनिधियों पर भी भड़के ग्रामीण – बहिष्कार की चेतावनी
सभा के दौरान ग्रामीणों ने उन जनप्रतिनिधियों पर भी कड़ा आक्रोश व्यक्त किया जो कंपनी के भीतर जाकर समर्थन दे रहे हैं। उनका कहना है कि जिन्हें हमने जनता का प्रतिनिधि बनाकर भेजा था, वे अब कंपनी के हित में काम कर रहे हैं। ऐसे प्रतिनिधियों का हम बहिष्कार करेंगे।
ग्रामसभा का संदेश – जनता की मंजूरी के बिना नहीं होगा विस्तार
सभा के अंत में ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि नरसिंह इस्पात लिमिटेड कंपनी का विस्तार किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि भविष्य में जनसुनवाई गांवों में खुले तौर पर की जाए और कंपनी ग्रामीणों की समस्याओं का पहले समाधान करे।

