जमशेदपुर : कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर को देखते हुए तथा जिले में लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर समाहरणालय सभागार जमशेदपुर में आज उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों तथा जिले के प्रमुख निजी चिकित्सीय संस्थानों के संचालक व प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। बैठक में कोविड-19 के तीसरे लहर को देखते हुए जिले में उपलब्ध चिकित्सीय संसाधनों की समीक्षा की गई। साथ ही आगामी दिनों में किस तरह की तैयारी किया जाना है जिससे जिलेवासी कोरोना संक्रमण के प्रकोप से सुरक्षित रह सकें इस पर विमर्श किया गया। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा नववर्ष के मौके पर पार्क तथा पर्यटन स्थलों में लगातार उमड़ रही भीड़ पर एक स्वर में चिंता जाहिर करते हुए लोगों से सुरक्षित अपने घरों में रहने व कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन करने की अपील की गई।

उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण प्रसार के संभावित खतरा को दृष्टिगत रखते हुए हमारी तैयारियों को पुख्ता रखने के उद्देश्य से यह आकस्मिक बैठक बुलाई गई है। उन्होने कहा कि हमारा जिला कोरोना के दोनों लहर में डेल्टा वेरियंट का दंश झेल चुका है ऐसे में हमें आपस में पूर्व की तरह बेहतर समन्वय स्थापित करते आगामी चुनौतियों से निपटना है ताकि आम नागरिकों को कोई परेशानी नहीं हो। उन्होने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन में पूर्वी सिंहभूम जिले की प्रगति काफी अच्छी है लेकिन खतरा भी उतना ही बड़ा है ऐसे में जिलेवासियों से भी अपील है कि नववर्ष के मौके पर किसी भी तरह के सामूहिक या सांस्कृतिक आयोजन का हिस्सा नहीं बनें तथा पार्क या पर्यटन के स्थानों पर जाने से परहेज करें। साथ ही रेस्तरां, पब व होटल संचालकों से भी नववर्ष के मौके पर किसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन करते हुए भीड़ नहीं लगाने की अपील की गई है तथा जिलेवासियों को अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने के साथ-साथ जुबली पार्क, डिमना लेक, पहाडभांगा आदि जैसे पर्यटक स्थलों में नहीं जाने की अपील की गई है। उन्होने कहा कि जिलेवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नव वर्ष के मौके पर होटल, रेस्टरां, पार्क, पर्यटन स्थल व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर व्यापक कोविड जांच अभियान का संचालन किया जाएगा।

उपायुक्त द्वारा बैठक में सरकारी चिकित्सीय संस्थान तथा जिले के प्रमुख निजी चिकित्सीय संस्थानों में वर्तमान में उपलब्ध ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, आईसीयू, सीसीयू, NICU, PICU, पेडियाट्रिक बेड तथा पीएसए प्लांट की उपलब्धता की समीक्षा की गई। साथ ही आकस्मिक स्थिति में कौन से संस्थान अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं में कितना विस्तार कर सकते हैं इसपर भी चर्चा की गई। गौरतलब है कि जिले में वर्तमान में सिर्फ कोविड मरीजों के लिए कुल 2635 बेड चिन्हित हैं जिनमें 2444 ऑक्सीजन सपोर्टेड तथा 191 ICU/CCU बेड हैं। वहीं 190 पेडियाट्रिक बेड में से 132 ऑक्सीजन सपोर्टेड, 58 PICU व 12 वेंटिलेटर(PICU/NICU) बेड हैं। तथा विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में 12 कोविड डायलिसिस बेड उपलब्ध हैं। साथ ही ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिले में 7 पी.एस.ए व 2 एल.एम.ओ प्लांट का अधिष्ठापन किया गया है। उपायुक्त द्वारा जिले में उपलब्ध सभी सरकारी व निजी एंबुलेस में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त द्वारा सभी निजी चिकित्सीय संस्थानों को अपने आसपास के कम से कम 2 विद्यालयों में 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए मेडिकल टीम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया तथा कुछ प्रमुख चिकित्सीय संस्थानों को 60 वर्ष से उपर आयु वर्ग के व्यक्ति के टीकाकरण के लिए भी आवश्यक व्यवस्था करने के लिए निदेशित किया गया।
उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर के पीक पर होने की स्थिति में जिला प्रशासन का प्रयास होगा कि प्रत्येक मरीज को बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होने वैक्सीनेशन कोषांग के वरीय प्रभारी सह एसडीएम धालभूम को सिविल सोसायटी के सदस्यों के साथ बैठक कर जिला प्रशासन की चिंताओं से अवगत कराने तथा अपेक्षित सहयोग के संबंध में अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में प्रतिदिन 10 हजार तक कोविड जांच की संख्या बढ़ाने तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व नगर निकाय पदाधिकारी को अपने पोषक क्षेत्र में 50 आईसोलेशन बेड का सेंटर 5 जनवरी तक तैयार रखने व प्रत्येक सेंटर से एक-एक एंबुलेंस(ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ) टैग करने के निर्देश दिए । सभी साप्ताहिक हाट-बाजार को खुले मैदान में शिफ्ट करने के साथ ही सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए गोल घेरा बनाने का भी निर्देश दिया गया।
3 जनवरी 2022 से 15 से 18 आयु वर्ग के बीच के बच्चों के कोविड टीकाकरण के लिए जिले में अवस्थित सभी स्कूल व कॉलेजों में वृहद टीकाकरण अभियान संचालित करने का निर्णय लिया गया तथा इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व नगर निकाय पदाधिकारी को अपने पोषक क्षेत्र में पीडियाट्रिक सेंटर हेतु एक-एक भवन चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही 15 से 18 आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया।
बैठक में वैक्सीनेशन कोषांग के वरीय प्रभारी एसडीएम धालभूम संदीप कुमार मीणा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल, निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, वैक्सीनेशन कोषांग के नोडल सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन, सिविल सर्जन डॉ ए के लाल, एसीएमओ डॉ. साहिर पाल, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक व उपाधीक्षक, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल, मर्सी अस्पताल, यू.सी.आई.ल अस्पताल, एच.सी.एल अस्पताल, साकेत अस्पताल, गुरूनानक अस्पताल, टिनप्लेट अस्पताल, कांतिलाल अस्पताल आदि के प्रतिनिधि व संचालक व अन्य पदाधिकारी समाहरणालय सभागार से तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व नगर निकाय पदाधिकारी व प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।