पहले कुछ ही घंटों में तोड़ा सीजफायर, फिर शहबाज ने गाया शांति का राग, घुटनों पर आया पाकिस्तान

Neelam
By Neelam
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22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष के चौथे दिन शुक्रवार को दोनों देशों के बीच सीजफायर की सहमति बनी। भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ से यह कहा गया था कि शनिवार शाम 5 बजे से सीजफायर का ऐलान हो चुका है, लेकिन तीन घंटे बाद भी पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू हो गए। पहले तो एलओसी के पास वाले हिस्सों में गोलाबारी की गई। फिर देखते ही देखते पाकिस्तानी हमला श्रीनगर और उधमपुर तक फैल गया। कुछ घंटों से सीजफायर समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन किया गया, जिसपर भारत ने फिर करारा जवाब दिया।

पाकिस्तान ने भारत पर ही मढ़ा दोष

महज तीन घंटों में सीजफायर का उल्लंधन करने के बाद भी पाकिस्तान गीदड़भभकी देने से नहीं चूका।पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उलटे भारत पर ही सीजफायर समझौते का सम्मान ना करने का आरोप लगा दिया है।पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा वो सीजफायर के लिए प्रतिबद्ध हैं। भले ही भारत कुछ क्षेत्रों में उसका उल्लंघन कर रहा हो।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “पाकिस्तान ईमानदारी से सीजफायर का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की ओर से कुछ क्षेत्रों में किए जा रहे उल्लंघनों के बावजूद हमारी सेना जिम्मेदारी और संयम के साथ स्थिति को संभाल रही है। उन्होंने कहा, हमारा मानना ​​है कि सीजफायर के पालन में आ रही किसी भी समस्या का समाधान बातचीत के ज़रिए निकाला जाना चाहिए। जमीन पर मौजूद सैनिकों को भी संयम बरतना चाहिए।

सीजफायर तोड़ने पर भारत ने दी नसीहत

वहीं, देर रात भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक स्पेशल प्रेस ब्रीफिंग की। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों से हो रही सैन्य कार्रवाई को रोकने का समझौता आज शाम को हुआ था। पिछले कुछ घंटों से पाकिस्तान की तरफ से इस समझौते का घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है। ये अतिक्रमण अत्यंत ही निंदनीय है और पाकिस्तान इसके लिए जिम्मेदार है।

करीब ढाई मिनट की इस प्रेस ब्रीफिंग में विक्रम मिसरी ने कहा, हमारा मानना है कि पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इस अतिक्रमण को रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई करे। उन्होंने कहा, सेना ने इस स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख़्त कदम उठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।

शहबाज शरीफ क्या बोले?

एक तरफ पाकिस्तान की सेना नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम का उल्लंघन कर रही थी। उधर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ‘भारत से संघर्ष रुकवाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जता रहे थे शरीफ ने अमेरिकी नेतृत्व को शांति व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी सेना, नौसेना और सशस्त्र बलों के अधिकारियों का नाम लेकर उन्हें बधाई दी और कहा, ये पाकिस्तान की ऐतिहासिक जीत है।

शरीफ ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, यदि कोई हमारी स्वतंत्रता को चुनौती देता है, तो हम अपनी रक्षा के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने कहा किया कि उनके देश के खिलाफ लगाए जा रहे आरोप ‘निराधार’ हैं और वह इसकी जांच चाहते हैं।

सीजफायर के लिए शरीफ ने अमेरिका और चीन का शुक्रिया अदा किया। शरीफ ने कहा, मैं राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं। वॉशिंगटन ने संघर्ष विराम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

चीन का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, अपने बहुत प्यारे, बहुत भरोसेमंद और बहुत प्रिय मित्र चीन का भी धन्यवाद करते हैं।

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