मिरर मीडिया : : विगत दिनों बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कीए जा रहे कब्जे को लेकर स्थानीय भाजपा नेता बलदेव महतो एवं झामुमो के वकील महतो ने अधिकारीयों की मिलीभगत से सरकारी जमीन को रैयत बनाकर कब्ज़ा करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद सरकारी जमीन पर किए जा रहे कब्जे के मामले में मिरर मीडिया से वार्ता के दौरान उपायुक्त ने बताया कि संबंधित राजस्व कर्मचारी और अंचल अधिकारियों से जांच करवा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी अगर सरकारी जमीन पर किसी प्रकार के दखल का प्रयास किया जा रहा है तो जांच उपरांत करवाई होगी।

बता दें कि बरवाअड्डा दामकाड़ा बड़वा मौजा में जीटी रोड के किनारे स्थित मौजा संख्या 94 खाता संख्या 273 प्लॉट संख्या 2744 रखवा 33 डिसमिल सरकारी जमीन पर हो रहे कब्जा के मामले को झामुमो नेता वकील महतो एवम भाजपा नेता बलदेव महतो ने उठाया था जिसमे उन्होंने कहा था कि कुछ माह पूर्व राजस्व कर्मचारी द्वारा सरकारी बोर्ड भी लगाया गया था लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी बोर्ड को हटाकर जमीन को कब्जा कर लिया गया है।
हालांकि मौजा नंबर 94 पुराना खाता संख्या 102 है और प्लॉट संख्या 1611 के संबंध में सीओ रामजी वर्मा ने भी अपर समाहर्ता को स्पष्ट पत्र प्रेषित किया था। जिसमे नया सर्वे में इसे 273 करके 2744/3589 कर दिया गया था उनके पत्र में भी यह स्पष्ट लिखा गया था कि प्लॉट संख्य 2744 को किस परिस्थिति में रैयती खाता संख्या 257 दिखाया गया है पत्राचार के आधार पर रैयत से सरकारी भूमि पर दावा संबंधित कागजात की मांग की जाए।

हालांकि बाद में अंचलाधिकारी रामजी वर्मा ने उक्त भूमि को रैयत बनाया था जिसके बाद लोगों ने यह सवाल खड़े कर दिए थे कि सरकारी भूमि रैयत कैसे बन सकता है जिसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। बरहाल पूरे मामले पर उपायुक्त ने जांच कर उचित करवाई करने की बात कही है। अब उक्त जमीन सरकारी है या रैयत यह जॉच के बाद ही पता चल पाएगा।