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किसने हटाए निगम द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स : अवैध अतिक्रमण की कार्रवाई में आम पब्लिक को मिलेगी राहत या होगी राजनीति?

Dhanbad नगर निगम एक ऐसी संस्थान जो बीते कुछ दिनों से काम के बहुत बड़े-बड़े दिखावे करती हैं लेकिन कुछ ही दिनों के बाद निगम की बनाई सभी योजनाएं फेल हो जाती है फिर चाहे वह मॉड्यूलर टॉयलेट हो,  ऑनलाइन स्वच्छ सर्वेक्षण हो, वेंडिंग जोन हो, शहर को जल जमाव की समस्या से मुक्त करना या फिर अवैध अतिक्रमण हटाने के मामले हो।

अतिक्रमण हटाने के नाम पर नगर निगम कर रही है खानापूर्ति

बता दें कि नगर निगम बड़े जोरों शोरों से अवैध अतिक्रमण हटाने का प्रयास करती है लेकिन यह प्रयास सच रहता है या दिखावा यह धनबाद की सड़के ही चीख कर बयां करती है जहां एक दिन अतिक्रमण हटाया जाता है उसके कुछ ही दिनों में फिर से अवैध रूप से अतिक्रमण के तहत दुकानें सज जाती है जिसे देखकर अब यही लग रहा है कि निगम केवल खानापूर्ति कर रही है और कहीं ना कहीं निगम के कर्मी जो सीधे तौर पर जिम्मेवार है उनकी मिली भगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

अतिक्रमण हटाए गए सड़के फिर से कर लिए गए अतिक्रमण

विदित हो कि बीते दिनों निगम की ओर से अवैध अतिक्रमण पर चोट करते हुए शहर की सभी सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था मगर अभी 10 दिन भी नहीं हुए हैं और हाल कुछ यूं है कि धनबाद की सड़कों में फिर से वही अतिक्रमण के कारण जाम देखने को मिल रहा है जैसे सर्कस का शेर हंटर पड़ने के बाद ही करतब दिखाता है ठीक वैसे ही लोगों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ जाने के बाद ही निगम एक्शन में आती है।

बैरिकेट्स हटाए जाने के बावजूद अबतक नगर निगम की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं

यह नजारा धनबाद के हीरापुर इलाके की है जहां विगत दिनों धनबाद नगर निगम में बड़े ही एक्शन मोड में अभय सुंदरी स्कूल से लेकर झारखंड मैदान तक के सभी अवैध अतिक्रमण को हटाया था साथ ही हटिया अपर समाहर्ता के आवास के सामने से भी अतिक्रमण हटाए गए थे लेकिन हाल देख कर ऐसा लग रहा है कि अतिक्रमण हटाने के बाद निगम के लोग यहां पर झांकने तक नहीं आये नतीज़ा निगम  द्वारा जो बैरिकेट्स लगाए गए थे उसे भी हटा दिया गया है हालांकि इसकी जानकारी निगम के कर्मियों को भी मिली लेकिन वह हाथ पैर हाथ धर कर बैठे रह गए निगम के एक कर्मी ने जिनके ऊपर हटिया की जिम्मेदारी है उन्होंने कहा कि जब तक ऊपर से आदेश नहीं आएंगे अतिक्रमण नहीं हटेगा जबकि इन श्रीमान के नाम पूरा हटिया में मशहूर हैं।

बैरिकेड्स को हटाने में कांग्रेस नेता का नाम आ रहा है सामने

वहीँ दूसरी तरफ बीती शाम अभय सुंदरी गर्ल हाई स्कूल के समीप लगे सभी बैरिकेड्स को हटा दिए गए हालांकि इसे हटाने में कांग्रेस  नेता वैभव सिन्हा का नाम सामने आ रहा है हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह कहना मुश्किल होगा लेकिन बैरिकेट्स हटाने के बाद वहां पर कांग्रेस का पोस्टर लगा दिया गया है पूरे मामले पर जब वैभव सिन्हा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया लेकिन विगत दिनों वैभव सिन्हा इस इलाके के तमाम फुटपाथ विक्रेताओं के साथ नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपे थे और दुकानदारों की रोजी-रोटी का हवाला देते हुए दुकान लगाने की मांग की थी

दोबारा लगाए गए अतिक्रमण के लिए जिम्मेवार कौन

अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ नगर आयुक्त के निर्देश पर अतिक्रमण हटाकर बैरिकेट्स लगाए जाते हैं तो फिर किसके निर्देश पर बैरिकेट्स हटा दिए जाते हैं आखिर निगम के कर्मी मुख दर्शक बने क्यों रहते हैं जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर सड़कों से अतिक्रमण हटाए जाते हैं ताकि आम पब्लिक को राहत मिले लेकिन फिर दोबारा अगर अतिक्रमण लगते हैं तो इसके लिए जिम्मेवार कौन है फुटपाथ दुकानदार अगर सड़कों पर अतिक्रमण करते हैं तो उन्हें हटाने के बाद कोई उचित स्थान पर क्यों नहीं शिफ्ट कर दिया जाता ताकि दोबारा सड़क पर अतिक्रमण न लगे।

नगर आयुक्त ने कहा जांच कर होगी उचित कार्रवाई

क्या निगम का अतिक्रमण हटाना केवल दिखावा है या फिर कुछ कर्मियों की उगाही का साधन हालांकि बैरिकेट्स हटाने के मामले पर जब नगर आयुक्त रविराज शर्मा से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है जांच कर उचित कार्रवाई होगी। बता दे कि अतिक्रमण हटाने के बाद एनफोर्समेंट की टीम सहित निगम के अन्य कर्मियों की जिम्मेवारी है कि दोबारा अतिक्रमण न लगे उसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करने के भी नगर आयुक्त के निर्देश हैं क्योंकि नगर आयुक्त हर जगह खुद नहीं जा सकते इसे लेकर टीम बनाई गई है लेकिन अब जो जिम्मेवार कर्मी है उन पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं हालांकि पूरे मामले पर जांच कर क्या कुछ कार्रवाई होती है और किस प्रकार के दिशा निर्देश अतिक्रमण को लेकर दिए जाते हैं यह देखना होगा।

KK Sagar
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