झारखंड में शिक्षा के नाम पर हो रहे व्यापार पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने करारा हमला बोला है। उन्होंने राज्य की बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था और निजी विद्यालयों की मनमानी को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर मरांडी ने लिखा,
“नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो चुका है, लेकिन निजी विद्यालयों की मनमानी पर अब तक लगाम नहीं लगी है। री-एडमिशन फीस के नाम पर अभिभावकों से भारी-भरकम राशि वसूली जा रही है।”
मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री द्वारा पहले ही स्पष्ट निर्देश जारी किए जा चुके हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं दिख रहा है। निजी स्कूल खुलकर अभिभावकों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा,
“आखिर कब तक शिक्षा के नाम पर यह व्यापार चलता रहेगा? क्या सरकार केवल निर्देश देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेगी, या कोई ठोस कार्रवाई भी होगी?”
मरांडी की इस तीखी टिप्पणी के बाद एक बार फिर राज्य में निजी स्कूलों की कार्यप्रणाली और शिक्षा व्यवस्था को लेकर बहस तेज हो गई है। अब देखना यह है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या ठोस कदम उठाती है।