सहिया के आवासीय प्रशिक्षण में खुली व्यवस्था की पोल: लाखो के फ़ंड के बावज़ूद सुला दिया फर्श पर, कंबल भी नसीब नहीं

Uday Kumar Pandey
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मिरर मीडिया : कंपरहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर (सीपीएचसी) का तीन दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य कर्मियों एवं सहिया के आवासीय प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल गई है,जहां गोमो के जीतपुर अस्पताल में शुरू हुए प्रशिक्षण में भारी अव्यवस्था के बीच स्वास्थ्य कर्मियों एवं सहिया को रखा गया। बुधवार से शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज पहला दिन था जो की शुक्रवार तक चलेगा

जिले भर से पहुंची सहिया के लिए फर्श पर बिछावन लगा दिए गए,लेकिन उन्हें कंबल नहीं मिला और यह कह दिया गया कि कंबल अपने घर से लेकर आए इसके साथ ही प्रशिक्षण के दौरान मिलने वाला खाना भी अच्छा नहीं था। शौचालय के दरवाजे कई जगह पर टूटे हुए हैं कई रूम के दरवाजे की कुंडी भी टूटी है। ऐसे में रात काटना स्वास्थ्य कर्मियों के लिए दूभर साबित हो रहा है। इसको लेकर प्रशिक्षण में शामिल सहियाओ ने रोष व्यक्त किया और इसकी शिकायत सिविल सर्जन डा. चंद्रभानु प्रतापन से की

विभाग की मानें तो लगभग 100 से ज्यादा सहिया व कर्मचारी यहां प्रशिक्षण ले रहे हैं। शिकायत के बाद विभाग ने हरकत शुरू की और जांच होने लगी। इधर, बताया जाता है कि प्रशिक्षण पर स्वास्थ्य विभाग बड़ी राशि खर्च कर रहा है, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है।[su_image_carousel source=”media: 53524,53523,53522″ limit=”22″ crop=”none”]

बता दें कि प्राइमरी हेल्थ केयर की गंभीरता को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से ट्रेनिंग की शुरुआत की गई है। इस आवासीय प्रशिक्षण में 3 दिन और रात प्रशिक्षणार्थियों को यही रहना है। मरीज को प्राथमिक इलाज में किन-किन जरूरी बातों का ख्याल रखना है, इस पर विशेष रूप से जानकारी दी जा रही। लेकिन अव्यवस्था के कारण प्रशिक्षणार्थियों को परेशानी हो रही है। प्रशिक्षणार्थियों का कहना है कि कई कमरे में काफी गंदगी है। साफ सफाई भी ठीक नहीं।

बता दे कि स्वास्थ्य विभाग में सहीया  रीढ़ की हड्डी होती है जो ग्रामीण क्षेत्रों के सुदूर इलाकों में घर-घर जाकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराती है और उसकी जानकारी देती है,ऐसे में विभाग को व्यवस्थाओं पर ध्यान देने की जरूरत हैं ।ठंड के मौसम में बिना कंबल और फर्श पर सोने की व्यवस्था साथ ही खाने की गुणवत्ता सही नहीं होना कईयों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है जब प्रशिक्षण को लेकर लाखों के फंड आते हैं तो फिर इतना घटिया इंतजाम क्यों है हालांकि पूरे मामले पर जब सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, काफी ठंड है, ऐसे में कंबल या रजाई की व्यवस्था जरूरी है। खाने पीने की चीज भी बेहतर होनी चाहिए। जो भी कमी है उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा।

अब बुधवार को प्रशिक्षण का पहला दिन था अभी 2 दिन और बचे हैं ऐसे में कितना बेहतर व्यवस्था मिलता है साथ ही किस प्रकार से जांच होती हैं और क्या कुछ कार्रवाई होती है यह देखना होगा

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मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।
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