जमशेदपुर : उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत की अध्यक्षता में मिशन कर्तव्य के सफल संचालन के लिए जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में उप विकास आयुक्त ने बताया कि सरकार के द्वारा कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ‘मिशन कर्तव्य’ की शुरुआत की गई है। पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत मदर सी.एस.ओ के लिए टाटा ट्रस्ट नामित है वहीं स्टेट नोडल एजेंसी यूनिसेफ है। जिले के अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए संस्थान को निर्देशित किया गया। उन्होंने जिला स्तरीय नोडल पदाधिकारी मदर एनजीओ की गतिविधियों की समीक्षा करने का निर्देश दिये। साथ ही हर 15 दिनों के अंतराल में मिशन कर्तव्य के तहत किये गये कार्यों की समीक्षा करने की बात कही।
वहीं उप विकास आयुक्त ने बैठक में उपस्थित जिला अंतर्गत के सभी स्वयं सेवी संस्थानों के प्रतिनिधियों को जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर सहायता केंद्र बनाने का निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सहायता केंद्र के माध्यम से कोविड-19 से बचाव के व्यवहार, टीकाकरण, होम आइसोलेशन, आपातकालीन हेल्पलाइन नं. (104,181,1098,1075), कोविड-19 से प्रभावित बच्चों, प्रवासी मजदूरों की पहचान के साथ-साथ उन्हें कोविड जांच के लिए प्रेरित करते हुए जानकारी दें। साथ ही प्रवासी मजदूरों व प्रभावित बच्चों, महिलाएं व अन्य लोगों को सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओ के बारे में जानकारी दें। सहायता केंद्र के माध्यम से कोविड-19 अनुरुप व्यवहार के साथ-साथ वैक्सीनेशन को लेकर वृहद रुप से प्रचार प्रसार करने की बात कही।
क्या है मिशन कर्तव्य
मिशन कर्तव्य का मूल उद्देश्य कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराना, उनको सामाजिक और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना, स्वास्थ्य सेवाओं की सही जानकारी प्रदान करना तथा प्रभावित परिवारों को सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने में मदद करना है।
समन्वय समिति का दायित्व
उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिला अंतर्गत सभी प्रखंड के पंचायत व गांवों में समन्वय समिति का दायित्व पंचायत व गांव स्तर पर कोविड-19 के संक्रमण से संबंधित लोगों को जागरुक करना व बचाव के लिए डोर टू डोर जाकर प्रचार-प्रसार करना है। साथ ही आम जनों को सामाजिक दूरी का पालन करना, मास्क पहनना व भीड़-भाड़ में नहीं जाने के लिए जागरुक करना है।