मिरर मीडिया : विदेशों में फ़ैलते मंकीपॉक्स को लेकर भारत में भी खतरा बढ़ गया है। कई राज्यों ने सतर्कता शुरू कर दी है। उत्तरप्रदेश के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी इस संदर्भ में एहतियात के तौर पर कुछ निर्देश भी जारी किये हैं जिससे विदेशों से आने वाले वैसे यात्री जो इस बीमारी से संक्रमित हो सकते हैं और दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड में भी मंकीपॉक्स के संभावित खतरे को देखते हुए पूर्व एहतियात के तौर पर समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने झारखंड के अपर मुख्य सचिव,सह प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में अविलंब आमजन के हित में निर्णय लेने के लिए पत्र के द्वारा आग्रह की है।

इस बाबत उन्होंने लिखा है कि संभावित और आशंकित मंकीपॉक्स वायरस जो विदेशों में अब ज्यादा फैलने लगा है इससे ग्रसित मरीज को संबंधित बुखार और बडे दाग़ोनुमा घाव का आकार (चकता-चकता) बन जाता है। जिससे आमजन अभी अनजान है अतः इस प्रकरण सम्बंधित संभावित बीमारी से झारखंड में लडने की स्वास्थ्य विभाग या निजी अस्पताल एवं सरकारी अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की कोशिश की जाए। जिससे आमजन को इस बिमारी का भय नहीं समाए और चिंतामुक्त रह सके। जबकि नियमित तौर पर कड़ाई से सजग होते हुए पूर्व में ही मास्क, टेस्टिंग, ट्रैकिंग पर जोर दिया जाए चाहे वो स्कूल हो या कार्यालय, सभी में जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने इस विषय को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए विचार कर अविलंब आमजन के हित में निर्णय लेने का भी आग्रह किया है क्योंकि सीमावर्ती सभी राज्यों से भी इसके फैलने की आशंका बनी है। इस विशेष बिमारी पर अध्ययन कर उचित निर्णय ले।
गौरतलब है कि भारत में मंकीपॉक्स की रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन विभिन्न देशों में नए मामले सामने आने के बाद भारत में इस बीमारी के होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।