राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह
सुप्रीम कोर्ट को आज नया मुखिया मिल गया है। जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उन्हें भारत के प्रधान न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। समारोह के दौरान विधि मंत्री, वरिष्ठ न्यायाधीश, प्रमुख संवैधानिक पदाधिकारी और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
14 महीने का कार्यकाल — न्यायपालिका में बड़े बदलावों की उम्मीद
जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल लगभग 14 महीनों का होगा और वे 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त होंगे। अपने कार्यकाल के दौरान उनसे न्याय व्यवस्था में सुधार, लंबित मामलों को कम करने और डिजिटल न्यायिक प्रणाली को और विस्तार देने की उम्मीद की जा रही है। न्यायपालिका से जुड़े कई अहम मामलों पर आने वाले महीनों में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है।
नए CJI से लोगों की बढ़ी उम्मीदें
जस्टिस सूर्यकांत की न्यायिक समझ और संवेदनशील फैसलों के लिए वे जाने जाते रहे हैं। उनके कार्यभार संभालने के साथ ही कानूनी जगत और आम नागरिकों के बीच न्याय व्यवस्था में नई ऊर्जा लौटने की उम्मीद जताई जा रही है। सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिकाओं की संख्या कम करने, संविधान से जुड़े बड़े मामलों पर दिशा तय करने और न्याय प्रणाली को समयबद्ध बनाने को लेकर हर तरफ उनकी प्राथमिकताओं पर नजर रहेगी।

