केंद्र सरकार ने भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दे दी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मिशन जापान के सहयोग से संचालित किया जाएगा और इसके तहत 250 किलोग्राम वजन वाला रोवर चंद्रमा की सतह पर भेजा जाएगा।
इसरो अध्यक्ष ने चंद्रयान-4 मिशन की लॉन्चिंग को लेकर भी अहम खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-4 मिशन को 2027 में प्रक्षेपित किए जाने की संभावना है। यह मिशन चंद्रमा से नमूने (Samples) एकत्र कर धरती पर लाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
भारत के चंद्रयान मिशन की अब तक की यात्रा
इससे पहले इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। इस मिशन में 25 किलोग्राम का रोवर ‘प्रज्ञान’ भेजा गया था, जिसने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था।
चंद्रयान-5 मिशन के जरिए भारत चंद्रमा पर अपनी उपस्थिति और मजबूत करेगा और अंतरिक्ष अनुसंधान में एक और मील का पत्थर हासिल करेगा।