म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। अब तक म्यांमार में 255 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और यह संख्या बढ़ने की आशंका है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक 30 मंजिला इमारत गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 43 मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं।
भूकंप का असर और झटके
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप के बाद म्यांमार में अब तक 14 झटके महसूस किए गए हैं, जिनमें से सबसे शक्तिशाली 6.7 तीव्रता का था। भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर के पास था, जहां सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
भारत ने भेजी राहत सामग्री
भारत ने म्यांमार की मदद के लिए सी-130जे विमान के जरिए 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, भोजन, स्वच्छता किट और आवश्यक दवाएं शामिल हैं। म्यांमार के जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, जबकि अमेरिका ने भी सहायता देने का वादा किया है।
थाईलैंड में इमरजेंसी घोषित
बैंकॉक में 30 मंजिला इमारत ढहने के बाद सरकार ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
भविष्य में और झटकों की संभावना
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, म्यांमार में शुक्रवार रात 11:56 बजे 4.2 तीव्रता का एक और झटका आया। विशेषज्ञों का कहना है कि आगे भी झटके महसूस किए जा सकते हैं, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
स्थिति को देखते हुए म्यांमार और थाईलैंड में अलर्ट जारी कर दिया गया है, जबकि मांडले में बचाव कार्य तेज कर दिया गया है।