मिरर मीडिया, डिजिटल डेस्क : Indian Railway भारतीय रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जनरल क्लास और स्लीपर क्लास कोच सहित 10,000 नॉन-एसी कोचों के निर्माण की योजना बनाई है। यह निर्णय यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने और यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।
पिछले पांच वर्षों, यानी 2019-20 से 2023-24 के दौरान, भारतीय रेलवे के बेड़े में कुल 6511 नए जनरल कोच जोड़े गए हैं।
अमृत भारत सेवाएं:
भारतीय रेल ने अत्याधुनिक तकनीक से युक्त अमृत भारत सेवाएं शुरू की हैं। ये सेवाएं सेमी-परमानेंट कपलर, हॉरिज़ोंटल रूप से स्लाइड होती खिड़कियों, फोल्डेबल भोजन टेबल और बोतल होल्डर, मोबाइल होल्डर जैसी उन्नत सुविधाओं से लैस हैं, जो झटकों से मुक्त यात्रा का अनुभव कराती हैं। वर्तमान में भारतीय रेल के नेटवर्क में 4 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं संचालित हो रही हैं, जिनमें 15557/58 दरभंगा-आनंद विहार (टी) एक्सप्रेस और 13433/34 मालदा टाउन-एसएमवीटी बेंगलुरु एक्सप्रेस शामिल हैं।
भारतीय रेल में ट्रेन सेवाओं का आरंभ एक निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा है, जो यात्रियों की संख्या, परिचालन व्यवहार्यता और संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की संरचना:
मौजूदा नीति के तहत, 22 कोचों की एक ट्रेन में 12 जनरल और स्लीपर श्रेणी के नॉन-एसी कोच और 08 एसी-कोच शामिल होते हैं। वर्तमान में, ट्रेन सेवाओं को चलाने के लिए उपयोग किए जा रहे कुल कोचों में से दो-तिहाई नॉन-एसी हैं, और एक-तिहाई एसी वेरिएंट हैं।रेल, सूचना, प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। यह कदम भारतीय रेलवे को यात्री सुविधाओं में और भी सुधार करने में मदद करेगा।