मिरर मीडिया संवाददाता, नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नासिक में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के 40वें स्थापना दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने बल की अनुकरणीय सेवाओं को सराहा और 33 कर्मियों को प्रतिष्ठित पुलिस पदक और जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया, जिन्होंने यात्रियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

महिला कर्मियों के लिए 35 करोड़ का अनुदान:
रेल मंत्री ने महिला कर्मियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आरपीएफ के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए ₹35 करोड़ का अनुदान देने की घोषणा की।

इसके अलावा, तमिलनाडु में आरपीएफ डॉग स्क्वॉड के प्रशिक्षण के लिए ₹5.5 करोड़ का अतिरिक्त अनुदान भी स्वीकृत किया गया।
‘संज्ञान’ मोबाइल ऐप का हिंदी संस्करण लॉन्च:
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने ‘संज्ञान’ मोबाइल एप्लिकेशन का हिंदी संस्करण लॉन्च किया, जिससे बल के भीतर संचार को और मजबूत किया जा सकेगा। इसके साथ ही, तीन नए आपराधिक कानूनों की संदर्भ पुस्तकों के हिंदी संस्करण भी जारी किए गए, जिनका उद्देश्य आरपीएफ कर्मियों का कानूनी ज्ञान बढ़ाना है।
भारतीय रेलवे में हो रहे व्यापक बदलाव:
अपने संबोधन में अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे में हो रहे व्यापक सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में 5300 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, जबकि पिछले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर नई लाइनें बिछाई गई हैं। इसके अलावा, 40,000 किलोमीटर रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है, जो पिछले 60 वर्षों के काम से दोगुना है।
वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों का विस्तार:
वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे का लक्ष्य वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों के माध्यम से यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि लगभग 12,500 सामान्य श्रेणी के डिब्बे निर्माणाधीन हैं, ताकि यात्रियों की सुविधा बढ़ाई जा सके।
आरपीएफ के अनुशासन और समर्पण की प्रशंसा:
परेड के दौरान रेल मंत्री ने औपचारिक सलामी ली और आरपीएफ के अनुशासन और प्रतिबद्धता की सराहना की।

उन्होंने कहा कि आरपीएफ न केवल रेलवे संपत्ति की सुरक्षा करता है, बल्कि महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांग यात्रियों की सहायता के लिए भी हमेशा तत्पर रहता है।
इस अवसर पर आरपीएफ के महानिदेशक मनोज यादव, मध्य रेल के महाप्रबंधक धर्मवीर मीना, भुसावल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक और मध्य रेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। समारोह में आरपीएफ के कर्मियों और उनके परिवारों ने भी हिस्सा लिया।
“सेवा ही संकल्प” के साथ राष्ट्र सेवा में समर्पित आरपीएफ:
आरपीएफ के आदर्श वाक्य “सेवा ही संकल्प” को साकार करते हुए, बल ने राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा के प्रति खुद को समर्पित किया है। यह बल न केवल रेलवे सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि आतंकवाद, मानव तस्करी और अन्य अपराधों से लड़ने में भी अग्रणी है।