भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया है। नेशनल मीडिया सेंटर में सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन TRF से जुड़ा था। इस बर्बर हमले में 26 नागरिकों की हत्या की गई थी। हमले का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग करना और सांप्रदायिक तनाव फैलाना था।
मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का शरणस्थल बन चुका है और वह दुनिया को गुमराह करता है। उन्होंने साजिद मीर के उदाहरण का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दबाव में ही आतंकियों की सच्चाई उजागर करता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद प्रमुख अधिकारी:
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई – DGMO, भारतीय सेना
विक्रम मिसरी – विदेश सचिव
कर्नल सोफिया कुरैशी – भारतीय सेना
विंग कमांडर व्योमिका सिंह – भारतीय वायुसेना
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक और खास बात रही भारत की ‘नारीशक्ति’ की मजबूत मौजूदगी। सेना और एयरफोर्स की महिला अधिकारी इस अभियान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और समावेशिता का प्रतीक बनीं।
ऑपरेशन सिंदूर के मुख्य उद्देश्य:
पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकना
आतंकी ठिकानों का सफाया करना
जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल रखना
अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की असलियत को उजागर करना
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत एक वीडियो से हुई, जिसमें बताया गया कि बीते एक दशक में भारत पर हुए आतंकी हमलों में 350 से अधिक नागरिकों की जान गई है।

