संघर्ष का अंत, उम्मीद की किरण
2 साल से जारी इजरायल-हमास युद्ध आज खत्म हो गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में दोनों पक्षों ने गाजा में शांति स्थापित करने के लिए पहले चरण के समझौते पर हस्ताक्षर किए। ट्रंप ने खुद पूरी दुनिया को यह ऐतिहासिक खुशखबरी दी।
बंधकों की रिहाई: मानवीय पहल
समझौते के तहत सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा। हमास के पास मौजूद इजरायली बंधकों को तुरंत मुक्त किया जाएगा। एपी समाचार एजेंसी के अनुसार, इस सप्ताह के अंत तक हमास 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा। इजरायल भी अपनी जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। रिहाई प्रक्रिया 72 घंटे के भीतर पूरी की जाएगी।
इजरायली सेना का पीछे हटना
फर्स्ट फेज के मुताबिक, इजरायली सेना गाजा के संघर्ष वाले कुछ क्षेत्रों से पीछे हटेगी। पीछे हटने की सीमा पूर्व-निर्धारित बफर जोन तक रहेगी। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति सेना की तैनाती की संभावना है।
गाजा में बुनियादी सुविधाओं की बहाली
समझौते में गाजा में पानी, बिजली और चिकित्सा आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने पर जोर दिया गया है। ट्रंप ने कहा कि सेना के पीछे हटने के बाद युद्धग्रस्त इलाकों में निर्माण कार्य शुरू होंगे, जो गाजा की नई शुरुआत को मजबूत करेंगे।
फर्स्ट फेज का मकसद: तत्काल शांति
इस चरण का मुख्य उद्देश्य तुरंत संघर्ष विराम सुनिश्चित करना है। दोनों पक्ष अगले 30 दिनों के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखते हैं।
वैश्विक प्रतिक्रिया और मध्यस्थों का योगदान
ट्रंप ने कहा, “यह समझौता स्थायी और लंबे समय तक रहने वाली शांति की दिशा में पहला कदम है।” कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों की भी इस ऐतिहासिक समझौते में अहम भूमिका रही। यह शांति अरब और मुस्लिम दुनिया, इजरायल, आसपास के देशों और अमेरिका के लिए एक खुशियों भरा और ऐतिहासिक दिन है।