डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रांची में एक प्रेसवार्ता के दौरान दावा किया कि झारखंड में गठबंधन सरकार फिर से सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने वादों को पूरा किया है और इस बार भी सात गारंटी के साथ जनता के सामने है। मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लाई गई है। भाजपा ने इस योजना के खिलाफ कोर्ट में केस दायर कर दिया, जो महिलाओं और गरीबों का अपमान है। खरगे ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ऐसी योजनाएं चल रही हैं, लेकिन वहां किसी ने इसका विरोध नहीं किया।
झूठे वादों से जनता को किया गुमराह
खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम लगातार झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। रोजगार, महंगाई और किसानों को लेकर किए गए वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम केवल गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाते रहते हैं, लेकिन कांग्रेस प्रधानमंत्री पद का सम्मान करती है। खरगे ने सवाल उठाया कि झारखंड जैसे छोटे राज्य के चुनाव में प्रधानमंत्री खुद प्रचार कर रहे हैं, जबकि उन्हें बेरोजगारी, गरीबी और किसानों की खुशहाली के लिए सोचना चाहिए।
आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव राज्यपाल के पास लंबित
खरगे ने कहा कि गठबंधन सरकार ने ओबीसी, दलित और एसटी के आरक्षण को बढ़ाने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित किया है, लेकिन यह प्रस्ताव राज्यपाल के पास लंबित है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह अपने 11 साल के कार्यकाल का हिसाब देते तो ज्यादा अच्छा होता।
एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ बयान पर खरगे का पलटवार
पीएम मोदी के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ बयान पर खरगे ने तंज कसा। उन्होंने पूछा कि क्या हिमालय और कश्मीर सेफ हैं? उन्होंने इसे चुनावी ध्रुवीकरण का प्रयास बताया और कहा कि जनता सब समझती है।
योगी आदित्यनाथ के बयान पर आपत्ति
योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ बयान पर खरगे ने कहा कि यह लोगों का अपमान है। उन्होंने कहा कि ऐसा बयान देना न केवल समाज को तोड़ने का प्रयास है, बल्कि यह नफरत फैलाने वाली राजनीति का हिस्सा है।
घुसपैठ का मुद्दा केंद्र सरकार की जिम्मेदारी
राज्य में घुसपैठ के मुद्दे पर खरगे ने कहा कि सीमा सुरक्षा केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने गृहमंत्री और रक्षामंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि घुसपैठ को रोकना केंद्र का कार्य है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाने वालों को आड़े हाथों लिया।
विमान रोकने पर जताई नाराजगी
खरगे ने अपने विमान को रोकने की घटना पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है, लेकिन गृह मंत्री के विमान के लिए उनका विमान रोका गया। इसे उन्होंने अनुचित करार दिया।
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