डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : मैट्रिक परीक्षा 2025 के परिणामों में पूर्वी सिंहभूम जिला, जो पिछले साल पहले स्थान पर था, इस बार 16वें स्थान पर खिसक गया। दूसरी ओर साक्षरता में पिछड़ा माना जाने वाला पाकुड़ जिला पिछले साल के अंतिम स्थान से उछलकर इस बार दूसरे स्थान पर पहुंच गया। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 10वीं बोर्ड का परिणाम जारी किया, जिसमें 4.33 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया। कुल पास प्रतिशत 91.71% रहा। कोडरमा जिला पहले स्थान पर रहा, जबकि पश्चिमी सिंहभूम सबसे निचले पायदान पर। रांची का पास प्रतिशत 87.32% दर्ज किया गया। पाकुड़ के मौजूदा उपायुक्त मनीष रंजन, जो पहले पूर्वी सिंहभूम में उप विकास आयुक्त थे, ने वहां मैट्रिक और इंटर परीक्षाओं की तैयारियों की कड़ी निगरानी की थी। उनकी रणनीति और सुझावों ने तब जिले को शीर्ष स्थान दिलाया था। इस बार पूर्वी सिंहभूम में ऐसी निगरानी की कमी खली।


शुभम और भूमिका ने किया जमशेदपुर का नाम रोशन
मैट्रिक परीक्षा में पटमदा प्रखंड के प्लस टू आदिवासी हाई स्कूल बांगुड़दा ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। स्कूल के दो होनहार छात्रों, शुभम कुमार पात्र और भूमिका मिश्रा, ने 500 में से 487 अंक (97.40%) हासिल कर राज्य मेधा सूची में पांचवां स्थान प्राप्त किया। दोनों छात्र किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनकी इस उपलब्धि ने स्कूल, शिक्षकों और पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। दुर्गम क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद इस स्कूल का परीक्षा परिणाम हमेशा उत्कृष्ट रहा है। स्कूल प्रबंधन ने इस सफलता पर गर्व जताया, जबकि शुभम और भूमिका ने अपने शिक्षकों की मेहनत और मार्गदर्शन को इसका श्रेय दिया।