बोकारो: जिले से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ डुमरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक जयराम महतो ने बोकारो पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को केवल बालू और कोयले से मिलने वाले कमीशन की चिंता है, लेकिन आम नागरिकों की जान की कोई अहमियत नहीं रह गई है।
मामला एक हत्या से जुड़ा है, जो नावाडीह थाना क्षेत्र के कुकुरलिलवा के आगे चरकी जंगल में घटी। जानकारी के अनुसार, हेमलाल पंडित अपने पिता के साथ एक शादी समारोह से लौट रहे थे, तभी रास्ते में उनकी कार पर हमला हुआ और हेमलाल को गोली मार दी गई, जबकि उनके पिता को छोड़ दिया गया।
इस सनसनीखेज वारदात की सूचना मिलते ही विधायक जयराम महतो रात करीब 1 बजे खुद घटनास्थल पर पहुँचे। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस की ओर से कोई त्वरित कार्रवाई नहीं हुई।
जयराम महतो ने क्या कहा?
विधायक ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा,
“जब मैंने संबंधित थाना प्रभारी को सूचना दी, तो उन्होंने कहा कि उनके पास फोर्स नहीं है। बोकारो एसपी की ओर से भी कोई जवाब नहीं आया।”
उन्होंने आगे कहा, “यह इलाका मेरी विधानसभा का हिस्सा नहीं है, फिर भी मैं जनता की सुरक्षा के लिए रात में एक बजे यहाँ पहुँचा। लेकिन ‘बड़े बाबू’ ने मुझे यहाँ आने से मना किया। क्या हमें चुप बैठ जाना चाहिए?”
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
जयराम महतो के बयानों ने जिले की कानून व्यवस्था और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता ने अपराधियों के हौसले बुलंद कर दिए हैं और आम जनता की सुरक्षा दांव पर लग गई है।
स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर भारी आक्रोश और डर है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कब तक अपराधियों को खुली छूट मिलती रहेगी और क्या इस बार पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।
फिलहाल, प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस इस हत्याकांड को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या कोई ठोस कार्रवाई होती है या नहीं।