डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के ताजा रुझानों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस का गठबंधन बहुमत की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। गठबंधन 50 सीटों पर आगे चल रहा है, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 45 सीटों पर लीड बना रखी है, जबकि कांग्रेस 5 सीटों पर आगे है। इसी बीच एनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री के रूप उमर अब्दुल्ला के नाम का ऐलान किया है।
भाजपा और पीडीपी का प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 28 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। निर्दलीय और छोटी पार्टियां 9 सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं। जम्मू-कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की आवश्यकता है।
उमर अब्दुल्ला की जीत और महबूबा मुफ्ती की बेटी का संघर्ष
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें बडगाम से जीत मिली है और वे गांदरबल सीट पर भी आगे चल रहे हैं। दूसरी ओर, महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुफवारा-बिजबेहरा सीट से पीछे हैं। उन्होंने चुनावी नतीजों को स्वीकार करते हुए कहा कि वे लोगों के फैसले का सम्मान करती हैं। भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना भी नौशेरा सीट से हार गए हैं।
63.88% हुआ मतदाता
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर तक तीन फेज में हुए चुनावों में 63.88% मतदान हुआ। यह आंकड़ा पिछले विधानसभा चुनाव (2014) में हुए 65% मतदान से 1.12% कम है।
एग्जिट पोल का पूर्वानुमान
5 अक्टूबर को आए एग्जिट पोल में पांच सर्वेक्षणों ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत का अनुमान दिया था, जबकि कुछ अन्य सर्वेक्षणों ने हंग असेंबली की संभावनाएं जताई हैं। इसका मतलब है कि छोटे दल और निर्दलीय विधायक इस बार किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं।
यह चुनाव परिणाम जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया मोड़ लाएंगे और आगामी दिनों में गठबंधन की सरकार का गठन एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बनेगा।
यहां पढ़े अन्य खबरें–
- खबरें और भी हैं mirrormedia.co.in पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं, आप हमसे जुड़ सकते हैं Facebook, Instagram, X अपने सुझाव या खबरें हमें mirrormedia2019@gmail.com पर भेजें।