अवैध खनिज कारोबारियों पर शिकंजा कसेगा जमशेदपुर जिला प्रशासन, टास्क फोर्स को सघन अभियान चलाने के निर्देश

Manju
By Manju
3 Min Read

डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में जिला खनन टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में अवैध खनन, भंडारण और खनिजों के परिवहन के खिलाफ पिछले महीने की गई कार्रवाइयों की गहन समीक्षा करना था।

पिछले माह की कार्रवाई अपर्याप्त, सघन छापेमारी के निर्देश
बैठक में बताया गया कि पिछले एक महीने में कुल 28 छापेमारी कार्रवाइयां की गईं, जिनमें 25 वाहनों के साथ-साथ 921 टन खनिज जब्त किया गया। इस दौरान 11 प्राथमिकी दर्ज की गई और लगभग 7 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। उपायुक्त ने इन कार्रवाइयों को ‘नाकाफी’ बताते हुए सभी अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी और खनन टास्क फोर्स की पूरी टीम को सघनता बढ़ाने के निर्देश दिए। विशेष रूप से बहरागोड़ा और गुड़ांबादा अंचल क्षेत्रों में बालू के अवैध खनन एवं परिवहन पर सख़्ती बरतने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि किसी भी माध्यम से प्राप्त सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

अवैध कारोबारियों पर होगी निर्णायक कार्रवाई
उपायुक्त ने सख्त लहजे में कहा कि अवैध खनिज कारोबारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई परिणामदायक होनी चाहिए। उन्होंने टास्क फोर्स में शामिल सभी विभागों को अपने सूचना तंत्र को मजबूत करने और संयुक्त रूप से अवैध कारोबारियों पर सटीक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक में अवैध ईंट भट्ठों और क्रशर संचालकों की जांच कर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी औद्योगिक या निर्माण इकाई में नाबालिग श्रमिक कार्यरत नहीं होने चाहिए, इसकी नियमित रूप से जांच की जाए। साथ ही, बंद पड़ी खदानों में अवैध उत्खनन की संभावनाओं पर लगातार निगरानी रखने और ऐसी गतिविधियों को सख्ती से रोकने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया।

पर्यावरण और श्रमिक सुरक्षा को प्राथमिकता
बैठक में पर्यावरण और श्रमिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी औद्योगिक गतिविधियों के नियमित ऑडिट की आवश्यकता पर बल दिया गया। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी इकाइयों के लाइसेंस, पर्यावरणीय स्वीकृति और श्रम कानूनों के अनुपालन की स्थिति की स्पष्ट रूप से जांच की जाए।

Share This Article