डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की पहल ‘प्रोजेक्ट अन्वेषण 2.0’ ने जिले के 750 विद्यार्थियों को तकनीकी, औद्योगिक, सांस्कृतिक और खेलकूद के क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान प्रदान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। उपायुक्त अनन्य मित्तल के दिशा-निर्देश में आयोजित इस शैक्षणिक भ्रमण में 11 प्रखंडों के 25 सरकारी स्कूलों के कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
इस पहल के तहत विद्यार्थियों ने जमशेदपुर और आसपास के नौ प्रमुख संस्थानों का दौरा किया, जिनमें JNTVTI, NTTF, TSTI (MCC), Russi Mody Centre of Excellence, Tata Zoological Park, JRD Tata Sports Complex, Tata Motors, Indo-Danish Tool Room (Adityapur) और NML-CSIR शामिल हैं। इन भ्रमणों का उद्देश्य छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण, वैज्ञानिक अनुसंधान, औद्योगिक प्रक्रियाएं, पर्यावरण संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं से प्रत्यक्ष रूप से परिचित कराना था।

विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणादायी अनुभव
प्रोजेक्ट अन्वेषण 2.0 का आयोजन जनवरी 2025 में शुरू हुए पहले चरण की सफलता के बाद और व्यापक स्तर पर किया गया। इस बार 750 विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ अपने स्कूलों से यात्रा शुरू की और विभिन्न संस्थानों में तकनीकी और औद्योगिक प्रक्रियाओं को करीब से देखा। प्रत्येक संस्थान में पंजीकरण, परिचय सत्र और संक्षिप्त प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। विद्यार्थियों ने जिज्ञासापूर्ण सवाल पूछे, जिनका संस्थान प्रतिनिधियों ने संतोषजनक जवाब दिया।
सुरक्षा और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान
जिला प्रशासन ने गर्मी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का विशेष खयाल रखा। परिवहन की समुचित व्यवस्था के साथ प्रत्येक समूह के साथ दो-दो शिक्षक नियुक्त किए गए। उपायुक्त ने इस पहल पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह शैक्षणिक यात्रा न केवल बच्चों के ज्ञान को समृद्ध करेगी, बल्कि उनके भविष्य की मजबूत नींव भी रखेगी। जब विद्यार्थी प्रयोगशालाओं और औद्योगिक इकाइयों को अपनी आंखों से देखते हैं, तो उनके भीतर नवाचार और सृजनात्मकता की भावना जागृत होती है। यह अनुभव उन्हें पढ़ाई और जीवन के वास्तविक आयामों से जोड़ेगा।
भविष्य के लिए प्रेरणा
प्रोजेक्ट अन्वेषण 2.0 ने विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्रों में प्रेरित किया, बल्कि कला, संस्कृति और खेल की गतिविधियों से भी जोड़ा। यह पहल जिज्ञासु मन को किताबों से आगे ले जाकर सृजनात्मकता, नवाचार और सामाजिक बदलाव की सोच से जोड़ने का एक सार्थक प्रयास है। जिला प्रशासन की इस अनूठी पहल से विद्यार्थी आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।