डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने फर्जी प्रमाण पत्रों को देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है। गुरुवार को बिष्टुपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में मरांडी ने कहा कि घाटशिला और चाकुलिया जैसे छोटे स्थानों पर सैकड़ों फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए, जो आश्चर्यजनक और चिंताजनक है। उन्होंने चाकुलिया के मटियाबंदी गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, फिर भी 3000 बच्चों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए, जो एक बड़ी साजिश का संकेत देता है। मरांडी ने मईयां सम्मान योजना में अनियमितताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ गांवों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग, जहां उनकी मौजूदगी नहीं है, वहां से योजना का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने इसकी गहन जांच की मांग की।
शराब घोटाले पर हेमंत सोरेन सरकार को घेरते हुए मरांडी ने कहा कि 2011 से शुरू हुआ यह घोटाला हेमंत सरकार में चरम पर पहुंच गया। उन्होंने दावा किया कि 19 अप्रैल 2022 को उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शराब नीति में गड़बड़ी की आशंका जताई थी, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज कर छत्तीसगढ़ के शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाया। मरांडी ने आईएएस विनय चौबे की गिरफ्तारी को आईवाश करार देते हुए कहा कि सरकार सीबीआई जांच से बचने के लिए एसीबी की कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने मनमाफिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए चार बार टेंडर रद्द किए, जिससे राज्य को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ।मरांडी ने चेतावनी दी कि भाजपा जल्द ही इस लूट के खिलाफ जनता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने मांग की कि फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और शराब घोटाले की निष्पक्ष सीबीआई जांच कराई जाए।