जमुई, बिहार: जमुई नगर परिषद में प्रशासनिक संकट अपने चरम पर है। नगर परिषद के चेयरमैन मो. हलीम उर्फ लोलो पिछले 80 दिनों से लापता हैं, जिससे नगर में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो चुका है। चेयरमैन की अनुपस्थिति में नगर के वार्ड पार्षद और उपाध्यक्ष असमंजस की स्थिति में हैं।
चेयरमैन की अनुपस्थिति से अव्यवस्था
नगर परिषद उपाध्यक्ष नीतीश कुमार और अन्य वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया है कि चेयरमैन ने बोर्ड की पिछली बैठक के बाद बिना हस्ताक्षर किए कार्यालय आना बंद कर दिया। तब से अब तक न तो कोई बोर्ड बैठक हुई है और न ही विकास कार्यों में प्रगति। हालात ऐसे हैं कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी भी अध्यक्ष की सहमति के बिना कोई काम करने में असमर्थ हैं।
चेयरमैन को ढूंढने पर इनाम की घोषणा
चेयरमैन की लापता स्थिति को देखते हुए सूचना देने वाले को 1001 रुपये इनाम की घोषणा की गई है। वार्ड पार्षदों का कहना है कि यह पहली बार है जब नगर परिषद कार्यालय में ऐसा संकट उत्पन्न हुआ है।
जनता के साथ विश्वासघात
वार्ड पार्षदों और स्थानीय निवासियों ने चेयरमैन पर मनमानी और लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी गैरमौजूदगी से नगर के विकास कार्य पूरी तरह बाधित हो गए हैं। पार्षदों का कहना है कि नगर के लोगों ने चेयरमैन पर विश्वास कर उन्हें चुना था, लेकिन वह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे।
आगे की योजना
अगर चेयरमैन शीघ्र कार्यालय नहीं लौटते और विकास कार्य शुरू नहीं करते, तो उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक आयोजित करने के लिए आवेदन दिया जाएगा। वार्ड पार्षदों ने चेतावनी दी है कि इस संकट का समाधान जल्द नहीं निकला, तो नगर में जनता का गुस्सा और बढ़ सकता है।
जमुई नगर परिषद के इतिहास में ऐसा संकट पहली बार देखा जा रहा है, और चेयरमैन की लापता स्थिति ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है।