डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: झारखंड बिजली वितरण निगम के निदेशक बोर्ड ने एक अहम निर्णय लेते हुए 64 नए पदों का सृजन किया है। यह कदम राज्य में बढ़ती आबादी और बिजली उपभोक्ताओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिससे सेवाओं में सुधार और दक्षता बढ़ेगी।
रांची विद्युत एरिया का पुनर्गठन
रांची विद्युत एरिया को अब दो हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसे दो सर्किल में बांटा गया है – विद्युत आपूर्ति अंचल, रांची-एक में रांची पश्चिमी, न्यू कैपिटल एवं केंद्रीय विद्युत आपूर्ति तथा विद्युत आपूर्ति अंचल, रांची-दो में रांची कोकर, डोरंडा एवं रांची पूर्वी। इस पुनर्गठन से रांची में विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
गुमला विद्युत आपूर्ति क्षेत्र का निर्माण
नए सृजित विद्युत आपूर्ति क्षेत्र के अंतर्गत गुमला जिले में विद्युत आपूर्ति अंचल, खूंटी एवं सिमडेगा तथा विद्युत आपूर्ति अंचल, गुमला एवं लोहरदगा का गठन किया गया है। इससे गुमला क्षेत्र में विद्युत सेवाओं का प्रसार और प्रबंधन अधिक कुशलता से होगा।
एरिया बोर्डों में भी नए परिवर्तन
हजारीबाग एरिया बोर्ड को अलग कर कोडरमा एरिया बोर्ड का गठन किया गया है। हजारीबाग में रामगढ़ सर्किल रहेगा, जबकि कोडरमा में केवल कोडरमा सर्किल को शामिल किया गया है। साथ ही, नये साहिबगंज विद्युत एरिया बोर्ड का भी गठन किया गया है। गिरिडीह एरिया बोर्ड में गिरिडीह, देवघर व गोड्डा सर्किल को जोड़ा गया है, जिससे क्षेत्रीय विद्युत प्रबंधन में संतुलन आएगा।
नवीकरणीय ऊर्जा में नया कदम
एक महत्वपूर्ण पहल के तहत कार्यकारी निदेशक (नवीकरणीय ऊर्जा) का एक नया पद भी सृजित किया गया है। यह पद वैकल्पिक ऊर्जा से जुड़े सभी मामलों को प्रबंध निदेशक के स्थान पर संभालेगा, जिससे राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नई दिशा और गति प्राप्त होगी।यह कदम न केवल प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, बल्कि राज्य में विद्युत सेवा की गुणवत्ता और उपभोक्ता संतुष्टि में भी वृद्धि की आशा है।