सावन में मटन पार्टी से बिहार में सियासी बवाल खड़ा हो गया है। केंद्रीय मंत्री और मुंगेर से जेडीयू सांसद ललन सिंह ने बुधवार को लखीसराय में एक रैली के बाद मटन भोज का आयोजन किया। इस मटन पार्टी में भारी संख्या में जेडीयू के कार्यकर्ता/समर्थक शामिल हुए। जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने जमकर मटन पार्टी का लुत्फ भी उठाया। हालांकि, सावन के पवित्र महीने में मटन पार्टी ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। ललन सिंह द्वारा आयोजित मटन पार्टी राजनीतिक और धार्मिक हलकों में विवाद का विषय बन गई है।

ललन सिंह ने लखीसराय के सूर्यगढ़ा में 472 करोड़ रुपये की सड़क और पुल निर्माण परियोजनाओं के शिलान्यास के मौके पर यह रैली आयोजित की थी। रैली के बाद जेडीयू कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए भोज का ऐलान किया गया। इस पार्टी में शाकाहारी खाने का भी इंतजाम था। इसका ऐलान खुद ललन सिंह ने मंच से किया। बुधवार को सूर्यगढ़ा प्रखंड में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान ललन सिंह ने मंच से कहा, भोजन का बढ़िया इंतजाम है। जो सावन मनाता है, उसके लिए भी इंतजाम है और जो नहीं मनाता है, उसके लिए भी इंतजाम किया गया है।
कांग्रेस ने किया हमला
हालांकि ललन सिंह की इस मटन पार्टी को कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया। कांग्रेस इस मुद्दे को उठाकर पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस नेता बी वी श्रीनिवास ने सोशल मीडिया पर भोज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘सावन के महीने में मोदी-नीतीश की मटन पार्टी! धर्म के ठेकेदारों, डूब मरो।’
आरजेडी ने क्या बोला?
राजद ने मटन पार्टी का वीडियो ट्विट करते हुए कहा कि हिन्दू धर्म के ये ठिकेदार दूसरे को खूब नसीहत देते है लेकिन जब बारी खुद की आती है तो…मौन हो जाते हैं।
जब नवरात्र में तेजस्वी और मुकेश सहनी ने खाई थी मछली
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की इस पार्टी में शाकाहारी भोजन की भी समुचित व्यवस्था थी। बावजूद इसके, विपक्ष को ये भोज खटक गया है। विपक्ष को खटकना इसीलिए भी स्वाभाविक है क्योंकि इसी पिछले साल नवरात्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का हेलीकॉप्टर पर मछली खाने से बीजेपी और जदयू ने खूब मजे लिए थे और इसे धार्मिक आस्था के साथ खेलवाड़ भी बताया था।