मिरर मीडिया : आज दिनांक 30/06/2022 को “हूल दिवस” के अवसर पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के आलोक में अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ धनबाद जिला इकाई कि एक अति आवश्यक बैठक जिला स्कूल धनबाद के प्रांगण में जिलाध्यक्ष संजय कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। आज की बैठक की शुरुआत में संथाल आंदोलन के नायकों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध उल्गुलान रूपी आंदोलन का शंखनाद किया गया। बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि भय,भूख एवं भ्रष्टाचार के प्रति प्रतिकार करने की संघीय उद्देश्य की पूर्ति हेतु कदम से कदम मिलाकर चलने हेतु संकल्पित व प्रतिबद्ध भाव से आगे भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रदत अधिकार का प्रयोग कर विभागीय अधिकारियों की भयभीत करने की मंशा का मुंहतोड़ जबाव दिया जाय।
बैठक में नई वित्तीय प्रवाह प्रणाली PFMS पोर्टल पर भाऊचर अपलोड करने एवं उसको जांचोपरांत पास करने में बीआरसीसी एवं लेखापाल की शिथिलता के कारण राशि लैप्स हुआ,लेकिन विभागीय पदाधिकारियों के द्वारा उनको बचाने के आड़ में प्रभारी प्रधानाध्यापक/ प्रधान शिक्षक को बलि का बकरा बनाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।संगठन के द्वारा समय समय पर नए वित्तीय प्रवाह प्रणाली के बारे में शिक्षकों को दक्ष एवं कुशल बनाने,मार्च महीने में पैसे की निकासी के पूर्व के अनुभव के आधार पर जिला शिक्षा अधीक्षक धनबाद एवं प्रखण्ड के पदाधिकारियों को विपत्र पारित होने की स्थिति का समीक्षा करने हेतु एक बार नहीं बल्कि कई वार अवगत कराया। हमेशा यह कहा गया कि समय से सभी प्रकार की राशि की निकासी हो जायेगी,किसी प्रकार की राशि लैप्स नहीं होगा।

गौरतलब है कि मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में सभी प्रखण्ड के लेखापाल अपने घर में ही आवासीय कार्यालय से अपने कार्य का निष्पादन कर रहे थे जो भी जांच का विषय है। किसी किसी प्रखण्ड में एक ही भेंडर का विपत्र पारित होना कहीं न कहीं भ्रष्टाचार का संकेत देने के लिए काफी है। अप्रैल 2022 के प्रथम कारण पृच्छा में हजारों शिक्षकों पर राशि लैप्स होने का ठीकरा फोड़ते हुए जवाब मांगा गया था। सभी शिक्षकों ने अपने जवाब ससमय जमा किया।अब पुनः हजारों शिक्षकों में से pick and choose की नीति अपनाई गई और 369 विद्यालय प्रधान को द्वितीयक कारण पृच्छा किया गया। हास्याप्रद स्थिति यह है कि अप्रैल महीने के कारण पृच्छा का आधार पोशाक की राशि निकासी न होने का आधार एवं अभी 27/06/2022 के जिसमें 369 विद्यालय प्रधान को कारण पृच्छा का आधार विद्यालय का कंपोजिट ग्रांट व अन्य मद की राशि निकासी न होने का आधार बनाया गया है।इस तरह यदि विद्यालय प्रधान को प्रताड़ित किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब सभी प्रभारी सामूहिक रूप से प्रभार से मुक्ति निर्णय लेने को बाध्य होंगे।
बैठक में उपस्थित सभी वक्ताओं ने एक स्वर से जिन 14 सुत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था उसका निष्पादन ससमय नहीं होने की स्थिति में संगठन कार्यालय का घेराव व क्रमिक आंदोलन करने को बाध्य होगा।
आज की बैठक में जिलाध्यक्ष संजय कुमार,महासचिव नंदकिशोर सिंह,प्रदेश संयुक्त सचिव अनिल कुमार,उपाध्यक्ष राजकुमार वर्मा,महामंत्री विनय रंजन तिवारी,शंभू शरण अम्वष्ट,रामस्वरूप प्रसाद,बिजेंद्र पांडेय,अशोक कुमार, मो• कलामुद्दीन,संजीव कुमार,मदन प्रसाद नायक,सुनीता कुमारी,शशिकला राजेल,पुष्पलता,नीरु कुमारी,सावित्री कुमारी,मधु कुमारी, सफीना खातून,सुधा कुमारी, जयदास भारती,योगेंद्र कुमार,सुधीर कुमार पाण्डेय,अनिल कुमार,प्रवीण कुमार लाला,दीपक कुमार, मो• असफाक,मुन्ना कुमार,उमेश कुमार,सजल कुमार दे,नरेंद्र कुमार,शैलेंद्र कुमार जायसवाल,नवीन कुमार राय,अजय कुमार,राजकुमार पासवान,पंकज कुमार,कमलेश यादव, पत्तरस तिर्की,संजय कुमार प्रसाद,अनिल कुमार पांडेय,महेश प्रसाद यादव, मंटून कुमार सिंह,आशुतोष कुमार मिश्रा,नवीन कुमार,श्रीकांत यादव परवेंद्र पासवान,राजीव कुमार सिंह,संजय कुमार सिंह,नरेश प्रसाद महतो, साबिर हुसैन,राजकुमार मिस्त्री,जयप्रकाश,अशोक कुमार साहू,चंदन सरकार,निवास चंद्र मंडल,विक्रम हिमालय, इंदु किशोर सिन्हा, मो• नुरुल हुसैन,चुन्नूलाल किस्कू,जनक लाल विश्वकर्मा,साधन कुमार झा,दिनेश कुमार पांडेय,ठाकुर प्रसाद रवानी, हरि प्रसाद हांसदा,शरण एक्का समेत सैकड़ों शिक्षक/शिक्षिका उपस्थित थे।
