मिरर डेस्क/ पिथौरागढ़ : छह वर्ष के लंबे अंतराल के बाद शुरू हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार तीर्थयात्रियों के लिए और भी खास होने जा रही है। तिब्बत के पवित्र कैलाश पर्वत और मानसरोवर के दर्शन के बाद यात्री उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित आदि कैलाश के दर्शन भी करेंगे। इस ऐतिहासिक यात्रा का पहला दल 30 जून को रवाना होगा। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) बूंदी, गुंजी, नाबीढांग और लिपुलेख जैसे पड़ावों पर यात्रियों के लिए आवास और अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटा है।
आदि कैला शिव का पवित्र धाम
आदि कैलास, जिसे ‘छोटा कैलास’ के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में कुमाऊं हिमालय की गोद में 6,310 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक पवित्र पर्वत है। हिंदू धर्म में इसे भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है और यह पंच कैलाश तीर्थों में से एक है। पास ही स्थित पार्वती सरोवर, जहां माता पार्वती के स्नान की मान्यता है, और ॐ पर्वत, जिसकी बर्फीली संरचना में प्राकृतिक रूप से ‘ॐ’ का आकार दिखता है, इस क्षेत्र को और भी पवित्र बनाते हैं।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
स्कंद पुराण, रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों में आदि कैलास का उल्लेख मिलता है। मान्यता है कि भगवान शिव यहां समय-समय पर निवास करते हैं। यह स्थल न केवल हिंदुओं, बल्कि जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए भी पवित्र है। जैन धर्म में इसे ‘अष्टापद’ कहा जाता है, जहां प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ ने तप किया था। आदि कैलास की यात्रा को कैलास मानसरोवर के समकक्ष माना जाता है, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और मोक्ष की ओर ले जाती है।
सुगम यात्रा, बेहतर व्यवस्थाएं
पहले आदि कैलास यात्रा के लिए करीब 200 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा करनी पड़ती थी, लेकिन सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित सड़कों के कारण अब यह यात्रा 100 किलोमीटर से कम पैदल दूरी तक सीमित हो गई है। केएमवीएन यात्रियों के लिए पंजीकरण, आवास, परिवहन और गाइड की सुविधाएं सुनिश्चित कर रहा है। यात्रा के लिए पुलिस सत्यापन, मेडिकल क्लीयरेंस और अधिसूचित क्षेत्र परमिट जैसे दस्तावेज अनिवार्य हैं। जून से सितंबर का समय इस यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
क्यों है खास यह यात्रा?
आदि कैलास यात्रा धार्मिक, प्राकृतिक और साहसिक अनुभव का अनूठा मेल है। हिमालय की रमणीय वादियां, पार्वती सरोवर का शांत जल और ॐ पर्वत का अलौकिक दृश्य यात्रियों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं। इस बार कैलास मानसरोवर यात्रा के साथ आदि कैलास के दर्शन का समावेश इसे और भी विशेष बना रहा है। यात्रा से पहले सभी आवश्यक दस्तावेज और स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र तैयार रखें। केएमवीएन की आधिकारिक वेबसाइट या crckmvn@gmail.com पर संपर्क कर पंजीकरण और अन्य जानकारी प्राप्त की जा सकती है।