मिरर मीडिया : बुधवार को दिल्ली में NIA की कोर्ट में यासीन मलिक को 10 लाख रुपये का जुर्माना के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाने के साथ टेरर फंडिंग केस में सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा वजहों के चलते मलिक को तिहाड़ जेल में कोई काम नहीं सौंपा जाएगा। जेल नंबर 7 के अंदर उसे अकेले बंद किया जाएगा। साथ ही इस दौरान वो किसी भी परोल या फरलो के हकदार नहीं होगा। यानी जेल से उसे कोई छुट्टी भी नहीं मिलेगी।
तिहाड़ जेल नंबर 7 : सलाखों के पीछे भेज दिया गया कश्मीर का अलगाववादी नेता यासीन मलिक
