मिरर मीडिया, संवाददाता, उत्तराखंड: करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को विधिवत पूजन के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलते ही मंदिर परिसर में भक्तों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और मंदिर के भीतर जल रही अखंड ज्योति के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
शुभ मुहूर्त में सबसे पहले कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर लिंग पहुंचे। उन्होंने परंपरा अनुसार रुद्राभिषेक कर विधिविधान से पूजा-अर्चना की। इस दौरान बाबा केदार पर छह महीने पूर्व चढ़ाया गया भीष्म श्रृंगार हटाया गया, जिसके बाद मंत्रोच्चार और वैदिक अनुष्ठानों के साथ कपाट खोले गए।
108 क्विंटल फूलों से सजा केदारनाथ धाम
मंदिर को इस पावन अवसर पर 54 प्रकार के फूलों से सजाया गया, जिनका कुल वजन 108 क्विंटल बताया गया है। सजावट में नेपाल, थाईलैंड और श्रीलंका से लाए गए गुलाब और गेंदा के फूलों का प्रमुख रूप से उपयोग किया गया। इस भव्य सजावट ने मंदिर परिसर की शोभा को और अधिक दिव्य बना दिया।
कपाट खुलते ही पहुंचे 10 हजार श्रद्धालु
श्रद्धालुओं के भारी उत्साह को देखते हुए पहले ही दिन लगभग 10 हजार भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे। दर्शन की व्यवस्था को नियंत्रित और सुगम बनाने के लिए प्रशासन की ओर से टोकन सिस्टम लागू किया गया है। कपाट खुलने के साथ ही अब आगामी छह महीनों तक भक्त बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
प्रशासनिक अधिकारियों का अनुमान है कि यदि जून से अगस्त के बीच मौसम अनुकूल रहा तो इस बार केदारनाथ धाम में दर्शनार्थियों की संख्या 25 लाख से अधिक हो सकती है। बता दें कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल, अक्षय तृतीया के दिन हुई है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही खुल चुके हैं, जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे।