डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में अब मरीजों के साथ केवल एक अटेंडेंट को रहने की अनुमति होगी। यह निर्णय अस्पताल में डॉक्टरों और मरीजों दोनों द्वारा अनुभव की जा रही समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से लिया गया है।
प्राचार्य डॉ. दिवाकर हांसदा ने वार्डों और इमरजेंसी का दौरा करने के बाद यह कदम उठाया है, जहां उन्होंने पाया कि एक मरीज के साथ चार से पांच अटेंडेंट रह रहे थे। इस भीड़भाड़ के कारण डॉक्टरों को इलाज करने में परेशानी हो रही थी और अटेंडेंट द्वारा पान-गुटखा थूकने से गंदगी भी फैल रही थी, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा था।
डॉ. हांसदा ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि अब किसी भी मरीज के साथ एक से अधिक अटेंडेंट अस्पताल के वार्डों में नहीं रह सकेंगे। पूर्व में भी अटेंडेंट के पान-गुटखा खाकर अस्पताल परिसर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया गया था। यह कदम अस्पताल में व्यवस्था बनाए रखने, मरीजों की देखभाल में सुधार करने और डॉक्टरों को अपना काम अधिक कुशलता से करने में मदद करने की उम्मीद है।