डिजिटल डेस्क। कोलकाता: साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा के खिलाफ पहले से ही 12 मामले दर्ज हैं। ये मामले मारपीट, अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ से संबंधित हैं। यह जानकारी सामूहिक दुष्कर्म मामले में विशेष सरकारी वकील ने अलीपुर कोर्ट को दी। उन्होंने कोर्ट में बताया कि अगर इन पिछले मामलों में मनोजित के खिलाफ पहले ही कानूनी कार्रवाई की गई होती, तो कॉलेज में इतनी बड़ी घटना नहीं होती।
सरकारी वकील ने अदालत से मांग की है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल किया जाए और उन्हें हिरासत में रखकर मुकदमे की सुनवाई (कस्टडी ट्रायल) शुरू की जाए। न्यायाधीश ने पुलिस से सवाल किया कि 2023 से इन मामलों में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
अदालत को यह भी बताया गया कि आरोपियों का गेट पैटर्न टेस्ट किया गया है। विशेष तकनीक का उपयोग करके सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से आरोपियों की गतिविधियों की तुलना की जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे लोग इस घटना में शामिल हैं या नहीं।
बता दें कि पिछले 25 जून को हुई इस घटना में मनोजित मिश्रा के अलावा दो अन्य छात्र, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी, और सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को गिरफ्तार किया गया है। न्यायाधीश ने सभी आरोपियों को 5 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया है।