मिरर मीडिया : आज की तारीख में बच्चों की सुरक्षा उनके अभिभावक के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गई है खासकर जब बच्चें घर से स्कूल के लिए निकलते हैं और स्कूल से वापस घर आते हैं। दोनों में ही बच्चों के परिजनों का चिंतित होना स्वाभाविक है। कुल मिलाकर मामला वाहनों में आने जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के साथ यातायात व्यवस्था की है जिसको लेकर समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने विभागों के लुकाछिपी को लेकर सुरक्षा को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए जल्द सुधार करने की मांग के लिए धनबाद डी टी ओ को पत्र के माध्यम से आग्रह किया है। बता दें कि शहर की तीसरी यानी कैमरा कई जगह बंद पड़े है ऐसे में सुरक्षा भगवान भरोसे है कोई अप्रिय घटना होने के बाद कैमरा सम्बंधित घटना का एकमात्र साक्ष्य माना जा सकता है जबकि वाहनों पर जीपीएस लगाने से वाहनों को कभी भी स्कूल लाने ले जाने के क्रम में ट्रैक किया जा सकता है जिससे अभिभावक, स्कूल, वाहन मालिक सहित प्रशासन भी थोड़ा निश्चिन्त हो जाए।
इस संबंध में उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था की खस्ता हालत पर विभिन्न विभागों के बीच के मनमुटाव और मौन धारण करने के कारण हो रही देरी पर ध्यान केंद्रित कराते हुए कहा है कि पर प्रतिदिन कोई ना कोई घटनाऐ हो रही है। कैमरा युक्त हो धनबाद एवं स्कूल प्रबंधन के मौनिटरिंग के अलावा सभी स्कूलों में चलने वाले भैन एवं अन्य गाड़ीयों में उनके मालिक के साथ बैठक कर जीपीएस सिस्टम सभी गाड़ियों में लगाने अनिवार्य रूप से होने चाहिए। ऐसा आदेश निर्गत किया जाए जिससे चालक को वो गाड़ी मालिक रूट का अध्ययन कर पाएंगे ताकि इससे कोई चालक या सह चालक कोई अप्रिय घटनाएं को अंजाम नहीं दे पाएंगे।