धनबाद की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ी सर्जरी: तोपचांची में बनेगा 20 बेड एमटीसी, सदर में लगेगी अल्ट्रासाउंड मशीन

KK Sagar
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धनबाद में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में रांची से आई मिशन (एस.आर.एम.) टीम के साथ बैठक आयोजित की गई। इस दौरान टीम ने सदर अस्पताल के ओपीडी, गायनेकोलॉजी विभाग, फिजियोथैरेपी, ऑपरेशन थिएटर, लेबर एवं डिलीवरी रूम, स्टोर रूम का निरीक्षण किया। इसके अलावा गोविंदपुर, बलियापुर, केंदुआडीह, बाघमारा और तोपचांची के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बलियापुर एवं टुंडी के आयुष्मान आरोग्य मंदिर, गोविंदपुर के आंगनबाड़ी केंद्र सहित कई स्थानों का भी भ्रमण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।

टीम ने पाया कि वर्तमान बायो मेडिकल वेस्ट एजेंसी मानकों के अनुरूप कार्य नहीं कर रही है। बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण और आम लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। टीम और उपायुक्त के संयुक्त अवलोकन के बाद वर्तमान एजेंसी को तत्काल प्रभाव से बदलने का निर्णय लिया गया।

राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि एक विशेष टीम बनाई जाए, जो बच्चों की स्क्रीनिंग, इलाज और पूरी तरह से स्वस्थ होने तक निगरानी रखे। इसके लिए आवश्यकतानुसार अच्छे अस्पतालों के साथ एमओयू भी किया जाएगा।

बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। तोपचांची में 20 बेड का एमटीसी (मलन्यूट्रिशन ट्रीटमेंट सेंटर) स्थापित किया जाएगा। सदर अस्पताल में शीघ्र अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि अक्टूबर से मरीजों को इसकी सुविधा मिल सके। इसके अलावा टेलिफोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।

टीम ने सदर अस्पताल में आयुष्मान किट उपलब्ध कराने और उसे डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करने की सराहना की। हालांकि, टीम ने सुझाव दिया कि किट में मौजूद वस्तुओं के इस्तेमाल को लेकर हिंदी में दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।

सुझावों में ममता वाहन की संख्या बढ़ाने, सदर अस्पताल के प्रवेश द्वार पर दवाइयों की सूची प्रदर्शित करने, ओपीडी में भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर व्यवस्था करने, सफाई कर्मियों की जवाबदेही तय करने जैसे बिंदु शामिल थे।

बैठक में उपायुक्त आदित्य रंजन, सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा, मातृ स्वास्थ्य सलाहकार नलिन कुमार, वित्त प्रकोष्ठ से लेखा परीक्षक मनोज कुमार महतो, आरबीएसके समन्वयक मुकेश कुमार, योजना प्रकोष्ठ के कार्यकारी निदेशक रितेश कुमार गुप्ता, शिकायत निवारण प्रकोष्ठ से विक्रम सिंह, वैकल्पिक मीडिया सलाहकार रंजीत के. वर्मा, डीपीएम प्रतिमा कुमारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और एमओआईसी उपस्थित थे।

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