शिमला। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार सुबह से लगातार बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा। रोहतांग, शिंकुला और बारालाचा दर्रों में लगभग दो-दो फीट बर्फ गिर चुकी है, जबकि मनाली में ओलावृष्टि दर्ज की गई। कुफरी और नारकंडा में दो से तीन इंच तक बर्फबारी हुई है, वहीं चौपाल के कई इलाकों में चार से पांच इंच तक बर्फ जमा हो चुकी है।
अटल टनल पर्यटकों के लिए बंद
बर्फबारी के चलते लाहुल घाटी में बस सेवा पूरी तरह से बाधित हो गई है। पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर अटल टनल रोहतांग को बंद कर दिया गया है। उधर, शिमला, ऊना, नाहन और कांगड़ा में दो-दो मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि डलहौजी और जुब्बड़हट्टी में तीन-तीन मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
तापमान में गिरावट, फसलों पर असर
लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी दो से तीन डिग्री तक कमी आने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया है कि बारिश की कमी से फलों के पौधे लगाने और फसलों की बिजाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
मौसम विभाग की एडवाइजरी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान कुल्लू, शिमला और मंडी में बर्फबारी की संभावना जताई है। सोलन, ऊना और बिलासपुर में ओले पड़ सकते हैं। विभाग ने पर्यटकों को हिमस्खलन संभावित इलाकों और जोखिमपूर्ण क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी है।
सोलंगनाला में 2000 वाहन फंसे
मनाली के सोलंगनाला में बर्फबारी तेज होने के कारण नाग मंदिर के पास सैकड़ों वाहन फंस गए। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 2000 पर्यटक वाहन बर्फ में फंसे हुए थे, जिनमें लगभग 5000 पर्यटक यात्रा कर रहे थे।
डीएसपी केडी शर्मा ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि चार बजे के बाद पर्यटकों को लौटने की अपील की गई थी, लेकिन कुछ पर्यटक समय पर वाहन तक नहीं पहुंचे, जिससे हालात और बिगड़ गए। बर्फ जमने और वाहनों के फंसने से जाम की स्थिति बन गई। फिलहाल अधिकतर पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और शेष वाहनों को मनाली भेजा जा रहा है।