जिंदगी बदल गई! ISRO की शैक्षणिक यात्रा से लौटी छात्राओं ने DC को सुनाए अनुभव

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : इसरो के शैक्षणिक पर गई पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न सरकारी विद्यालयों की 28 छात्राओं के दल ने आज उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मुलाकात की। उपायुक्त आवास में छात्राओं के लिए आयोजित सहभोज कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने तीन दिवसीय शैक्षणिक के प्रेरणादायी अनुभव साझा किए और इस अवसर के लिए मुख्यमंत्री, झारखंड व उपायुक्त,पूर्वी सिंहभूम के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि यह अनुभव उनके जीवन की दिशा को बदलने वाला साबित होगा।

छात्राओं ने बताया कि उनके लिए यह अनुभव अद्वितीय और अविस्मरणीय रहा। उन्होंने कहा कि हम सभी ने पहली बार हवाई जहाज की यात्रा की। गांव से निकलकर अपने जिला से बाहर दूसरे जिला और दूसरे राज्य जाना, एयरपोर्ट, फ्लाइट में बैठना और विज्ञान, तकनीक की दुनिया तथा सांस्कृतिक-ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों को इतने नजदीक से देखना, हमारे लिए सबकुछ नया अनुभव रहा।

इसरो का सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा देखना हमारे लिए सबसे रोमांचक पल था। वैज्ञानिकों के कार्य, उपग्रह प्रक्षेपण की प्रक्रिया और अंतरिक्ष अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं को करीब से जानकर हमें गर्व और प्रेरणा दोनों मिली। चेन्नई में महाबलीपुरम, संग्रहालय और ऐतिहासिक धरोहरों को देखना, वहीं आर.एम.के. इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग कैंपस में तकनीकी नवाचारों को समझना हमारे लिए अत्यंत शैक्षणिक और प्रेरणादायी रहा। मॉडल स्कूल, कोवालम की यात्रा के दौरान वहाँ के छात्रों की अनुशासनप्रियता और सहयोग भावना से हमने बहुत कुछ सीखा।एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम और रेलवे म्यूजियम का भ्रमण कर खेल और भारत के रेल इतिहास की अद्भुत जानकारी मिली। छात्राओं ने एक स्वर में कहा कि इस यात्रा ने उनके दृष्टिकोण को विस्तृत किया और एक सपने के जैसा सबकुछ था।

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी के अनुभव सुनकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। यह शैक्षणिक भ्रमण केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि आपके सपनों को नई दिशा देने वाला अवसर है। विज्ञान, संस्कृति और तकनीक का यह समन्वय आपको न सिर्फ ज्ञानवान बनाएगा बल्कि आत्मविश्वासी भी। आज आप सभी ने जिस उत्साह और आत्मविश्वास से अपने अनुभव साझा किए हैं, वह दर्शाता है कि हमारे जिले की प्रतिभा किसी से कम नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण छात्राओं को बड़ी दुनिया से जोड़ते हैं और उन्हें यह विश्वास दिलाते हैं कि मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है। मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में आपमें से कई छात्राएं वैज्ञानिक, तकनीकी विशेषज्ञ और अपने क्षेत्र की प्रेरणादायी व्यक्तित्व बनेंगी।

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