डिजिटल डेस्क/ नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को पहलगाम में एक कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता कर रहे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय आबादी के साथ एकजुटता व्यक्त करने और कश्मीर, खासकर पहलगाम में धीरे-धीरे लौट रहे पर्यटकों का स्वागत करने का संदेश दिया। यह बैठक हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद क्षेत्र में पर्यटकों का विश्वास बहाल करने और स्थानीय समुदाय को समर्थन देने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।
उमर अब्दुल्ला ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पहलगाम की खूबसूरत वादियों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘पहलगाम में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करने के लिए आए हैं। हम स्थानीय आबादी के साथ एकजुटता व्यक्त करने आए हैं। साथ ही, उन सभी पर्यटकों का धन्यवाद करना चाहते हैं जो धीरे-धीरे कश्मीर और पहलगाम की ओर वापस लौट रहे हैं।’
पिछले महीने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले ने कश्मीर के पर्यटन उद्योग को गहरा झटका दिया था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई, और जम्मू-कश्मीर होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अनुसार, अगस्त तक के लिए 13 लाख से अधिक बुकिंग्स रद्द हो चुकी हैं। इस हमले ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, बल्कि कश्मीर में सामान्य स्थिति की बहाली के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए।
पर्यटकों का विश्वास बहाल करने की कोशिश
उमर अब्दुल्ला और उनकी कैबिनेट का पहलगाम में यह दौरा पर्यटकों और स्थानीय लोगों में विश्वास बहाल करने की एक बड़ी पहल के तौर पर देखा जा रहा है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने न केवल स्थानीय समुदाय से मुलाकात की, बल्कि पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों से भी बातचीत की। इस कदम का मकसद यह संदेश देना था कि कश्मीर में स्थिति सामान्य हो रही है और पर्यटकों के लिए यह सुरक्षित है।
उमर अब्दुल्ला ने अपनी तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें वह लिद्दर नदी के किनारे बैठे नजर आ रहे हैं। नदी के ऊपर बना एक पुराना लोहे का पुल और आसपास की हरी-भरी वादियां पहलगाम की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शा रही हैं। इन तस्वीरों के जरिए उन्होंने न केवल पहलगाम की खूबसूरती को प्रदर्शित किया, बल्कि पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
कश्मीर में पर्यटन की स्थिति
पहलगाम, कश्मीर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग और फोटोग्राफी के लिए मशहूर है। 2023 से कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही थी, और हर साल अप्रैल से अगस्त के बीच लगभग 25 लाख पर्यटक यहां आते थे। हालांकि, हालिया हमले ने इस उद्योग को गहरी चोट पहुंचाई है। उमर अब्दुल्ला की सरकार का लक्ष्य है कि अगले चार से पांच सालों में पर्यटन क्षेत्र का राज्य के जीडीपी में योगदान 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक किया जाए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
उमर अब्दुल्ला के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ यूजर्स ने उनकी इस पहल की सराहना की और इसे कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। एक यूजर ने लिखा, ‘यह एक शानदार पहल है। नेतृत्व का लोगों के साथ खड़े होना और पर्यटन को बढ़ावा देना सराहनीय है। जय हिंद!’ वहीं, कुछ यूजर्स ने कश्मीर में शांति और सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, ‘कश्मीर बहुत खूबसूरत है, लेकिन धर्म के ठेकेदारों ने इसे आग का गोला बना रखा है। सब शांत रहे तो कश्मीर स्विट्जरलैंड से कम नहीं है।’