डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: तमिलनाडु में विल्लुपुरम के पास पुडुचेरी जाने वाली मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतर गया। यह घटना सुबह 5:25 बजे विल्लुपुरम से प्रस्थान के तुरंत बाद घटी, जब ट्रेन एक मोड़ पार कर रही थी। ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे। लोको पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए समय रहते ट्रेन रोक दी, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
यात्रियों को नहीं हुआ कोई नुकसान, यातायात तीन घंटे में बहाल
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। पटरी से उतरने की वजह से विल्लुपुरम मार्ग पर ट्रेन सेवाएं सुबह 8:30 बजे तक बाधित रहीं। घटनास्थल पर रेलवे कर्मचारी और इंजीनियर तुरंत पहुंच गए और मरम्मत कार्य में जुट गए। तीन घंटे के भीतर यातायात बहाल कर दिया गया।
जांच के आदेश, कारण का पता लगने में लगेगा समय
दक्षिण रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पटरी से उतरने का कारण जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा। उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। विल्लुपुरम-पुडुचेरी मेमू ट्रेन, जो लगभग 38 किमी की दूरी तय करती है, क्षेत्र में छोटी दूरी की यात्राओं के लिए महत्वपूर्ण है।
कुछ दिन पहले कावराईपेट्टई में बड़ा हादसा
इस घटना से कुछ दिन पहले तमिलनाडु के कावराईपेट्टई के पास एक बड़ा रेल हादसा हुआ था। कर्नाटक के मैसूर से बिहार के दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12578) के 12 डिब्बे रात करीब साढ़े आठ बजे मालगाड़ी से टकराने के बाद बेपटरी हो गए थे। इस हादसे में 19 यात्री घायल हुए थे, जिनमें से चार की हालत गंभीर थी। सभी घायलों का इलाज जारी है। इस दुर्घटना की भी दक्षिण रेलवे ने उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है।
रेलवे सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रही इन घटनाओं ने रेलवे सेवाओं की सुरक्षा और पटरियों की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।