झारखंड : आयकर विभाग ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू और उनके करीबियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए ओडिशा स्थित ठिकानों पर छापेमारी कर 150 करोड़ रुपये से अधिक नकद राशि जब्त की है। जब्त नोटों को गिनने के लिए विभाग को कई मशीने मंगानी पड़ी। नोटों को गिनने के बाद इन्हें ट्रक में लादकर कड़ी सुरक्षा के बीच भारतीय स्टेट बैंक को बलांगीर शाखा में जमा कराया गया।
शराब कारोबार में टैक्स चोरी के मामले में विभाग ने झारखंड के रांची, लोहरदगा समेत साहू के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। बंगाल में भी कुछ जगहों पर छापेमारी चल रही है। पहले दिन बुधवार को छापेमारी में 50 करोड़ बरामद किए गए थे। दूसरे दिन अलग अलग जगहों से 100 करोड़ को नकदी बरामद की गई।
मालूम हो कि ओडिशा में धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम पर कई कंपनियां हैं। इनमें बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (फ्लाई एश ब्रिक्स), क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड व किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं। कुछ कंपनियों में धीरज साहू भी निदेशक हैं। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, सबसे ज्यादा नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बोडीपीएल) के परिसर से बरामद की गई है।
वहीं बरामद नोटों की गिनती के लिए कई मशीनें लगाई गई हैं। 50 करोडू रुपये की गिनती किए जाने के बाद मशीनें भी खराब हो गई थी, फिर नई मशीनें मंगाई गई। छापेमारी में नकदी तथा आय व्यय से जुड़े दस्तावेजों के अलावा और क्या मिला है, यह अभी पूरी तरह साफ नहीं है। आयकर विभाग ने बलांगीर जिले के सुदापाड़ा और टिटिलागढ़ शहर में साहू से जुड़े दो अन्य शराब व्यापारियों के आवासों पर भी एक साथ छापेमारी की। वहां से भी नकदी जब्त की गई है।
बता दें कि कांग्रेस नेता धीरज प्रसाद साहू (64 साल) मूल रूप से लोहरदगा के रहने वाले हैं। वह झारखंड से राज्यसभा के सदस्य हैं। वह रांची से सांसद रहे स्वर्गीय शिव प्रसाद साहू के भाई और उद्योगपति राय साहब बलदेव साहू के पुत्र हैं। राज्यसभा सदस्य के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है। 2018 में राज्यसभा चुनाव के दौरान शपथपत्र में अपनी संपत्ति 34 करोड़ रुपये बताई थी।