मिरर मीडिया : ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला मामला साउथ अफ्रीका में 24 नवंबर को सामने आया था। इसके बाद से ओमिक्रॉन दुनियाभर में तेजी से फ़ैलते हुए 25 देशों में पहुंच चुका है। सबसे ज्यादा खराब और चिंताजनक स्थिति साउथ अफ्रीका में चल रही है आलम ये है कि यहां एक दिन में ही ओमिक्रॉन केस दोगुने हो गए हैं। देश में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में भी 11 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं और स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं।
हालात कितने चिंताजनक हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि साउथ अफ्रीका में लेवल वन का लॉकडाउन लगा दिया गया है। बाजार बंद चल रहे हैं, सड़कें सूनी पड़ चुकी हैं और लोग फिर अपने घर की चहारदीवारी में कैद दिख रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार साउथ अफ्रीका में कुल पांच तरह के लॉकडाउन लगाए जा सकते हैं। इसमें सबसे सख्त लॉकडाउन पांचवी श्रेणी का माना जाता है। अभी के लिए लॉकडाउन की पहली श्रेणी से ही लोग परेशान होने लगे हैं। लिहाज़ा व्यापार ठप हो जाने से भारी नुकसान हो रहा है।