जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शनिवार को कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में नवनिर्मित पीपीपी मोड पर चालू जांच सेंटर का उद्घाटन किया। यह जांच केंद्र कई सुविधाओं से लैस है। यहां कई उपकरण लगाए गए है। उन्होंने नए सिटी सेंटर को लेकर संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि जो उपकरण लगाए गए हैं वे 32 स्लाइस के हैं उसे बदलकर 256 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन लगाएं। मंत्री ने कहा कि झारखंड के 24 जिले में ब्लड सेपरेशन मशीन लगाने का प्रयास किया जा रहा है जिससे ब्लड की कमी से किसी मरीज को जूझना नहीं पड़े। मौके पर उन्होंने कहा कि एमजीएम अस्पताल को बेहतर अस्पताल बनाने के लिए वे प्रयत्नशील हैं। इसके लिए 400 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। 700 बेड का अस्पताल बनने के बाद क्षेत्र के लोगों को सहूलियत होगी। अस्पताल सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
वहीं पीपीपी मोड पर खुले जांच केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे मंत्री बन्ना गुप्ता को जब यह पता चला कि एक मरीज का जीवन बचाने के लिए रक्त की तुरंत जरूरत है, तो उन्होनें बिना पलभर की भी देरी किए खुद रक्तदान किया। दरअसल अस्पताल में पोटका के कालिकापुर गांव निवासी 49 वर्षीय सुबोध भकत का इलाज चल रहा था। उसे रक्त की तत्काल जरूरत थी। लेकिन रक्त का इंतजाम नहीं होने से उसकी परेशान पत्नी उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान ही मंत्री बन्ना गुप्ता के पास पहुंची और अपने पति को रक्त की जरूरत बताकर स्वास्थ्य मंत्री से मदद की गुहार लगाई। मंत्री बन्ना ने भी दरिया दिल दिखाते हुए महिला की मदद के लिए खुद ही रक्तदान किया।