मंत्री का एक्शन: HIV संक्रमण मामले में सिविल सर्जन निलंबित, ‘पहले फेज’ की जांच में बड़ा खुलासा

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने चाईबासा सदर अस्पताल ब्लड बैंक का औचक निरीक्षण किया। यह कार्रवाई थैलेसीमिया रोग से ग्रसित पांच बच्चों में एचआईवी पॉज़िटिव पाए जाने के गंभीर मामले के बाद की गई है।

जांच में बड़ा खुलासा
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने बताया कि 2023-24 से अब तक कुल 253 ब्लड डोनर्स की पहचान की गई है, जिन्होंने चाईबासा ब्लड बैंक में रक्तदान किया था। वर्तमान में इनमें से 44 लोगों के सैंपल की जांच की गई है, जिसमें से तीन लोग एचआईवी पॉज़िटिव पाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पॉज़िटिव पाए गए कुछ डोनर्स के तो पूरे पांच लोगों के परिवार भी एचआईवी पॉज़िटिव हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा ‘अभी पहले चरण की जांच चल रही है। पूरी रिपोर्ट एक महीने बाद आएगी, जिसके बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’

तत्काल कार्रवाई और सहायता
निलंबन: इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए चाईबासा के सिविल सर्जन और संबंधित पदाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।

सेवा से हटाना: ब्लड बैंक में अनुबंध पर काम करने वाले कर्मियों को भी सेवा से हटा दिया गया है।

आर्थिक सहायता: एचआईवी पॉज़िटिव पाए गए पांचों बच्चों के परिवारों को झारखंड सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।

निःशुल्क इलाज: मंत्री ने घोषणा की कि इन बच्चों का इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जाएगा।

व्यक्तिगत सहायता: डॉ. अंसारी ने कहा कि बेहतर जांच के बाद भी यदि बच्चे पॉज़िटिव पाए जाते हैं, तो वह अपनी तरफ से भी दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देंगे।

राज्यव्यापी जांच और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
यह मामला सामने आने के बाद मंत्री ने पूरे राज्य के अस्पतालों में जांच के आदेश दिए हैं और किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त न करने की बात कही है।

निरीक्षण के दौरान मंत्री को जानकारी मिली कि ब्लड बैंक में एलीजा जांच मशीन नहीं है, जिसे तत्काल उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।

बड़ी घोषणा: मंत्री ने चाईबासा से पूरे राज्य के सभी सदर अस्पतालों के लिए घोषणा की कि उन्हें जल्द ही अच्छी अल्ट्रासाउंड मशीन, सीटी स्कैन मशीन, एक्स-रे मशीन समेत अन्य सभी आधुनिक जांच मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी।

एम्बुलेंस समस्या: उन्होंने स्वीकार किया कि पूरे राज्य में एम्बुलेंस की समस्या है, जिसे दूर करने के लिए नई एम्बुलेंस खरीदने का काम चल रहा है।

मंत्री ने मरीजों को दी व्यक्तिगत सहायता
डॉ. इरफान अंसारी अपने निरीक्षणों के दौरान मानवीय पहल के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने ओपीडी में इलाज कराने आए दो छोटे बच्चों को गोद में लिया। उन्होंने बच्चों और उनके परिजनों से बात की और डॉक्टरों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का निर्देश दिया। इसके साथ ही मंत्री ने अपनी ओर से दोनों बच्चों को 5-5 हजार रुपये नकद राशि प्रदान की। बाद में, उन्होंने सिविल सर्जन कार्यालय में थैलेसीमिया से ग्रसित बच्चों और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें भी आर्थिक सहायता प्रदान की।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अमित रेनू, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. भारती मिंज और अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. शिवचरण हासदा समेत अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

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