गोमिया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच संभावित आपात स्थिति को देखते हुए देशभर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को बोकारो जिला प्रशासन के निर्देश पर गोमिया में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित किया गया।
इस अभ्यास का उद्देश्य आम नागरिकों को युद्ध, आतंकी हमले, दंगे या प्राकृतिक आपदा जैसी परिस्थितियों में सतर्क व तैयार करना था। मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी के सायरन (एयर रेड सायरन) बजाए गए और नागरिकों को तत्काल प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित किया गया।
बेरमो एसडीओ बोले – हर नागरिक को रहना होगा तैयार
बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) मुकेश मछुआ ने बताया कि यह अभ्यास जिला उपायुक्त के निर्देश पर किया गया। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में जानमाल की रक्षा के लिए जरूरी है कि आम लोग पहले से ही मानसिक व व्यवहारिक रूप से तैयार हों। ड्रिल में बताया गया कि संकट के समय कैसे ब्लैकआउट करना है, किन जरूरी चीजों – जैसे मोमबत्ती, टॉर्च, प्राथमिक चिकित्सा किट और थोड़ी नगदी – को हमेशा घर में सुरक्षित रखना चाहिए।
इस अभ्यास में स्कूली छात्र, एनसीसी कैडेट्स, होमगार्ड, पुलिस के जवान और प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। छात्रों को आत्म-सुरक्षा तकनीकों की जानकारी दी गई, साथ ही यह भी बताया गया कि अगर एयर स्ट्राइक जैसी स्थिति हो तो किस तरह सुरक्षित स्थान की तलाश करनी चाहिए और घायलों की मदद कैसे करनी है।
एसडीओ मुकेश मछुआ ने कहा कि “इस तरह के मॉक ड्रिल अभ्यास हमें विपरीत परिस्थितियों में संगठित और सुरक्षित रहने का तरीका सिखाते हैं।”स्थानीय लोगों ने इस आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे अभ्यास समय-समय पर होते रहने चाहिए, ताकि किसी भी संकट से लड़ने में आम नागरिक भी प्रशासन का सहयोग कर सकें।