डिजिटल डेस्क, जमशेदपुर :भारतीय डाक विभाग ने युवा पीढ़ी यानी ‘जेन-जी’ को अपनी सेवाओं से जोड़ने के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। इसी क्रम में झारखंड में दो ‘जेन-जी डाकघर’ का शुभारंभ किया गया। कोल्हान क्षेत्र का पहला ‘जेन-जी’ डाकघर एनआइटी जमशेदपुर परिसर में खोला गया, जिसका उद्घाटन निदेशक प्रो. डॉ. गौतम सूत्रधार और वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने किया।
यह डाकघर डाक सेवाओं के पारंपरिक स्वरूप को छोड़कर, तकनीक, सुविधा और रचनात्मकता का केंद्र बन गया है। इसका उद्देश्य डिजिटल युग के युवाओं को तेज, सरल और तकनीक-आधारित सेवाएं प्रदान करना है। यहां रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट, बचत बैंक और बीमा जैसी सभी पारंपरिक सेवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन ये सेवाएं डिजिटल काउंटर और ऑनलाइन भुगतान जैसी आधुनिक सुविधाओं से जुड़ी हैं।
‘जेन-जी’ डाकघर का माहौल विशेष रूप से आरामदायक बनाया गया है। इसमें मुफ्त वाई-फाई, कॉफी मशीन, टेलीविजन और पत्रिकाओं वाला एक रीडिंग कॉर्नर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, ताकि डाकघर में इंतजार करना भी एक सकारात्मक अनुभव बन जाए।
इस डाकघर की एक और अनूठी खासियत इसकी दीवारें हैं, जिन्हें एनआइटी जमशेदपुर के छात्रों की पेंटिंग्स से सजाया गया है। यह पहल छात्रों को रचनात्मक रूप से प्रेरित करने और उन्हें सीधे सरकारी संस्थान से जोड़ने का प्रयास है। इस कदम से डाक विभाग के प्रति युवाओं का जुड़ाव मजबूत हुआ है। वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने बताया कि विभाग की योजना एमजीएम मेडिकल कॉलेज जैसे अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भी ऐसे जेन-जी डाकघर खोलने की है। यह डाकघर युवाओं को वित्तीय जागरूकता और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम बनेगा, जो डाक विभाग की बदलती हुई सोच का प्रतीक है।

