मां को चारा बनाया, बच्चे को बहाना: झोला छाप डॉक्टर की हैवानियत उजागर

Manju
By Manju
2 Min Read

डिजिटल डेस्क/ रांची : वो मां थी। अपने बीमार बच्चे को गोद में लिए, भरोसे के साथ दवा लेने गई थी। मगर जिसके पास गई, वो डॉक्टर नहीं, हैवान निकला।पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के हुटगुगदाग गांव में संजय कुमार नाम का झोला छाप डॉक्टर सालों से क्लिनिक चला रहा था। 5 दिसंबर की शाम भी वही हुआ, जो अक्सर होता था। बच्चे को सर्दी-खांसी थी। मां उसे लेकर संजय के पास पहुंची। संजय ने बच्चे को देखा और बोला, बहुत सर्दी है, मशीन से भाप देना पड़ेगा। क्लिनिक में मशीन नहीं है, घर में ले चलता हूं। मां को क्या पता था कि ये उसकी जिंदगी का सबसे खौफनाक पल होने वाला है।

संजय उसे अपने घर में ले गया। बच्चे को एक कोने में बिठाया और मां को अंदर ले जाकर दरवाजा बंद कर दिया। फिर जो हुआ, वो किसी मां के साथ नहीं होना चाहिए था। जबरदस्ती। चीखें दबाने की कोशिश। और अंत में धमकी, ‘बताया तो बच्चे समेत दोनों को मार दूंगा।’ दो दिन तक वो मां खामोश रही। डर से नहीं, बच्चे के भविष्य के डर से। फिर तीसरे दिन हिम्मत जुटाई और छतरपुर थाने पहुंच गई। रोते-रोते पूरी कहानी लिखवाई।

पुलिस हरकत में आई। एसपी के सख्त निर्देश पर तुरंत केस दर्ज हुआ। 7 दिसंबर को ही संजय कुमार को नामुदाग रबदा गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। आज वो मां अपने बच्चे को गोद में लिए फिर से उसी रास्ते से गुजरती है, जहां कभी भरोसे से जाती थी। अब सिर्फ डर है।

Share This Article