एंटरप्रेन्योर बनने की चाह रखने वाली छात्राओं को मिला बेहतर मंच, जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी व इंडो-डेनिश टूल रूम के बीच एमओयू

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : विगत 27 जून को विश्व एमएसएमई दिवस के अवसर पर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी ने इस क्षेत्र में काम करने और भविष्य में एंटरप्रेन्योर बनने की इच्छुक छात्राओं को एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र, जमशेदपुर (इंडो-डेनिश टूल रूम) के रूप में एक बेहतर मंच प्रदान करने का प्रयास किया है। इस सम्बन्ध में हुआ समझौता ज्ञापन (एमओयू) एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र, जमशेदपुर (इंडो-डेनिश टूल रूम) और जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर, झारखंड के बीच एक औपचारिक समझौता है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में दोनों संस्थानों के बीच एक सहयोगी साझेदारी स्थापित करना है। समझौता इसमें शामिल दोनों पक्षों के उद्देश्यों, भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को रेखांकित करता है। कुलपति प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता ने इसे कौशल विकास व एमएसएमई शिक्षण-प्रशिक्षण की ओर एक बड़ा कदम बताया है। एमओयू में प्रत्येक पक्ष की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां बताई गई हैं। एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र, जमशेदपुर सहयोग के नए क्षेत्रों का प्रस्ताव देने के अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रम, बुनियादी ढांचा और अनुसंधान सहायता प्रदान करेगा, पेशेवरों और कंपनियों को समन्वय में शामिल करेगा तथा अनुसंधान व विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देगा। यूनिवर्सिटी पाठ्यक्रम विकसित करेगी, इंटर्नशिप और प्रशिक्षण के लिए छात्रों की सिफारिश करेगी, बुनियादी ढांचा प्रदान करेगी, संकाय कौशल को उन्नत करेगी, आईडीटीआर संकायों के लिए ऑन-साइट प्रशिक्षण की सुविधा देगी। साथ ही अनुसंधान परियोजनाओं में भाग लेगी और कार्यशालाओं, सेमिनारों और प्लेसमेंट में सहायता करेगी। एमओयू में समन्वय, पाठ्यक्रम शुल्क, रोजगार के अवसर, बौद्धिक संपदा अधिकार, गोपनीयता, विवादों के मामले में मध्यस्थता और एमओयू की वैधता और समाप्ति के प्रावधान भी शामिल हैं।

बता दें कि एक ओर जहां एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र, जमशेदपुर (इंडो-डेनिश टूल रूम) भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है। यह अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है और एमएसएमई और उद्योगों को तकनीकी सहायता, कुशल जनशक्ति और प्रशिक्षण प्रदान करता है। केंद्र विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, प्रोटोटाइपिंग, सीएनसी मशीनिंग और अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखता है। उन्होंने विभिन्न उद्योगों के लिए आयात विकल्प और घटक भी विकसित किए हैं।

दूसरी ओर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर, झारखंड सरकार का एक उन्नत विश्वविद्यालय है। यह राज्य में महिला शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय विभिन्न संकायों में शिक्षा प्रदान करता है और सामान्य विषयों के साथ व्यावसायिक और ऐड-ऑन पाठ्यक्रम भी शुरू किया है। यह विस्तार गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेता है और यहाँ छात्राओं के लिए नौकरी के अवसर प्रदान करने के लिए एक प्लेसमेंट सेल है। विश्वविद्यालय सामाजिक जिम्मेदारी पर भी ध्यान केंद्रित करता है जिसके तहत जनजातीय आदिवासी समुदाय से आनेवाली छात्राओं के उत्थान हेतु प्रयास करता है। इस एमओयू से आदिवासी छात्राओं के सशक्तिकरण का उद्देश्य भी पूरा हो सकता है।

इस समझौता ज्ञापन के उद्देश्यों में प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और शिक्षा कार्यक्रमों पर जानकारी का आदान-प्रदान करना, संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर सहयोग करना, कौशल प्रशिक्षण और सतत शिक्षा कार्यक्रम प्रदान करना, सेमिनार और सम्मेलन आयोजित करना, संकाय और छात्राओं का आदान-प्रदान करना, व्यवसाय ऊष्मायन और डिजाइन परियोजनाओं का समर्थन करना और काम करना शामिल है। स्थानीय समुदाय के लिए संयुक्त कौशल विकास कार्यक्रमों पर बल देना शामिल है।

कुल मिलाकर, इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र, जमशेदपुर (इंडो-डेनिश टूल रूम), और जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि उनकी संबंधित क्षमताओं को बढ़ाया जा सके तथा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और शिक्षा के विकास में योगदान दिया जा सके।

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